इस्लामाबाद: पाकिस्तान के जाने-माने जर्नलिस्ट हामिद मीर ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल (रिटायर्ड) कमर जावेद बाजवा को लेकर जो खुलासा किया है, उसके बाद से ही मुल्क में एक और तूफान आ गया है। पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान के समर्थकों ने अब बाजवा के खिलाफ हमलावर रुख अख्तियार कर लिया है। मीर के एक वायरल वीडियो में उन्हें यह दावा करते हुए सुना जा सकता है कि बाजवा ने नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर युद्धविराम के साथ ही कश्मीर पर एक डील की थी। मगर इमरान को इससे कोई सरोकार ही नहीं था। साथ ही बाजवा की तरफ से सेना की क्षमताओं को लेकर जो दावे किए गए हैं, उसके बाद देश में सियासी बवाल मचा हुआ है।
पूर्व रक्षा मंत्री ने की ट्वीटइमरान की कैबिनेट में रक्षा मंत्री रहीं शिरीन माजरी ने ट्विटर पर मीर के दावों पर एक पोस्ट लिखी। माजरी ने लिखा मीर की तरफ से जो गंभीर खुलासे किए गए, उनमें सबसे अहम था कि बाजवा ने यह माना पारपंरिक हथियार युद्ध लड़ने की ताकत में नहीं हैं। माजरी देश की पहली महिला रक्षा मंत्री रह चुकी हैं। उनका कहना था कि बाजवा कर तरफ से यहा कहा जाना सुरक्षा पर गंभीर खतरा है। साथ ही अब यह सवाल भी उठता है कि आखिर रक्षा बजट कहां जा रहा है। उनका कहना है कि जो भी दावा किया गया है वह न केवल गलत है बल्कि इसे खारिज कर दिया जाना चाहिए। बाजवा के समर्थकों की मानें तो पहली बार नहीं है जब हामिद मीर ने इमरान की आलोचना की है। वह पहले भी ऐसा करते आए हैं। क्या कहा था मीर ने
हामिद मीर को वायरल वीडियो में यह दावा करते हुए सुना जा सकता है कि जनरल बाजवा ने 25 जर्नलिस्ट्स के सामने यह कहा था कि पाकिस्तानी आमी के टैंक्स काम नहीं करते हैं। न ही सेना के पास इतना पैसा है कि उनमें डीजल डाला जा सके। मीर की मानें तो बाजवा ने जर्नलिस्ट्स के सामने यह बात मानी थी कि पाकिस्तान की आर्मी लड़ने के योग्य नहीं है। न केवल पाकिस्तान में बल्कि भारत में भी हामिद मीर के खुलासे पर काफी चर्चा हो रही है। देश में बवाल बढ़ता देख हामिद मीर को खुद अपने बचाव में ट्वीट करना पड़ा। हामिद ने लिखा, 'यह स्टोरी अप्रैल 2021 में भारतीय अखबार द हिंदू ने पहली बार छापी थी। लेकिन पाकिस्तानी मीडिया में बाजवा के कुछ लोग पूरी जिम्मेदारी इमरान खान और फैज पर डाल रहे हैं।'
बाजवा ने कश्मीर पर डील?
हामिद मीर ने यहां तक कहा है कि बाजवा ने कश्मीर पर एक डील की। उनका कहना था कि इस युद्धविराम के बाद भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल 2021 में पाकिस्तान आने वाले थे। मीर की मानें तो जब पीएम मोदी के दौरे की बात तत्कालीन विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी को पता लगी तो वह भड़क गए। उन्होंने इमरान से इसके बारे में पूछा जो पूर्व पीएम ने जवाब दिया कि बाजवा और लेफ्टिनेंट जनरल (रिटायर्ड) फैज हामिद इस बारे में कुछ बात तो कर रहे हैं लेकिन उन्हें ज्यादा नहीं मालूम है।
कश्मीरियों के साथ धोखा
इसके बाद इमरान ने फैज को फोन किया और विदेश विभाग को इसकी जानकारी देने को कहा। तब विदेश मंत्रालय के सामने बाजवा ने यह बात दोहराई थी कि पाकिस्तान आर्मी के टैंक्स चलने के लायक नहीं हैं। न ही उन्हें चलाने के लिए डीजल है। मीर का दावा है कि इसी समय कुरैशी ने बाजवा से कहा कि यह भारत का बिछाया हुआ है जाल है जो देश के हित में नहीं हैं। कुरैशी की इस बात पर बाजवा काफी नाराज हुए थे। मीर का कहना है कि बाजवा ने कश्मीर के लोगों को वह धोखा दिया है जिसके बाद वह आज तक संभल नहीं पाए हैं।