भोपाल नगर निगम में सफाई दरोगा द्वारा स्पॉट फाइन की राशि खाते में नहीं जमा कराने का मामला सामने आया है। समीक्षा बैठक के दौरान बैंक में जमा पैसों का मिलान कराने पर पता चला कि कई वार्डों में छोटी-छोटी राशि जमा नहीं हुई है।
लेकिन, वार्ड 35 के दरोगा मनोज करोसिया की स्पॉट फाइन की राशि मिलाई गई तो करीब डेढ़ लाख रुपए कम पाए गए। मनोज पहले वार्ड 44 में पदस्थ थे। वह लंबे समय से स्पॉट फाइन तो वसूल रहे थे, लेकिन फाइन का पैसा नहीं जमा किया। बैठक में निगम कमिश्नर भी मौजूद थे।
उन्होंने तुरंत पुलिस को फोन किया, जिसके थोड़ी ही देर में जहांगीराबाद पुलिस वहां पहुंच गई। हालांकि, इस बीच दरोगा ने पैसा जमा कराने के लिए दो दिन की मोहलत मांगी। इस पर पुलिस में एफआईआर नहीं की गई।
पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले
स्पॉट फाइन की जमा राशि और खाते के मिलान पर गड़बड़ी मिली तो वार्ड 44 और वार्ड 35 के पुराने रिकॉर्ड भी खंगाले गए। इसमें सामने आया कि करीब डेढ़ लाख रुपए गायब थे। उधर, जहांगीराबाद थाना प्रभारी आशुतोष उपाध्याय का कहना है कि हमें बुलाया गया था लेकिन शिकायत नहीं दी गई है। शिकायत मिलेगी तो कार्रवाई करेंगे।
चालान बने, पैसा नहीं गया
निगम के दरोगा पीओएस मशीन से चालान जमा करते हैं। यह राशि मशीन से सीधे खाते में जमा होनी चाहिए, लेकिन यहां चालान तो बनाए गए, लेकिन रकम खाते में जमा नहीं हुई। इधर, कमिश्नर के तेवर देख कुछ लोग दरोगा को बचाने के लिए सक्रिय हो गए। हालांकि, कमिश्नर ने जोन 7 के एएचओ को भी सस्पेंड करने की चेतावनी दी है।
मुझे समीक्षा बैठक में पता चला कि दरोगा ने स्पॉट फाइन के डेढ़ लाख रुपए जमा नहीं कराए हैं। बैठक के दौरान ही पुलिस को बुलाया। दरोगा ने राशि जमा कराने का आश्वासन दिया है। यदि राशि जमा नहीं हुई तो एफआईआर कराएंगे। -हरेंद्र नारायण, कमिश्नर, नगर निगम