बीजापुर। कलेक्टर संबित मिश्रा के नेतृत्व में बीजापुर जिला एक नई पोषण क्रांति की ओर बढ़ चला है। जिले में 8 अप्रैल से 22 अप्रैल तक "पोषण पखवाड़ा" मनाया जा रहा है, जिसका मुख्य उद्देश्य कुपोषण और एनीमिया के खिलाफ निर्णायक कदम उठाकर स्वस्थ भविष्य की नींव रखना है। इस विशेष अभियान का केंद्र बिंदु नवजात शिशुओं के जीवन के पहले 1000 दिन हैं।
विशेषज्ञों के अनुसार यह समय शारीरिक और मानसिक विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिले की हर ग्राम पंचायत में व्यापक जनजागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। आंगनबाड़ी केंद्र अब केवल बच्चों की देखभाल का स्थान नहीं, बल्कि पोषण ज्ञान के केंद्र बन चुके हैं। यहां गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं और देखभालकर्ताओं को स्तनपान की महत्ता, शिशु आहार और स्वच्छता की आदतों की जानकारी दी जा रही है। विशेषज्ञ व्यक्तिगत परामर्श देकर व्यवहार में बदलाव लाने का प्रयास कर रहे हैं।
अभियान की प्रमुख गतिविधियां इस प्रकार हैं:-
गंभीर व मध्यम कुपोषित बच्चों की पहचान कर उन्हें आवश्यक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। घर-घर दस्तक- आंगनबाड़ी कार्यकर्ता हर घर तक पोषण का संदेश पहुंचा रही हैं। स्कूलों में फैंसी ड्रेस व चित्रकला प्रतियोगिता के जरिए बच्चों को पोषण के महत्व से जोड़ा जा रहा है। छात्रों द्वारा पोषण शपथ लेकर स्वस्थ रहने का संकल्प लिया जा रहा है।
स्थानीय पौष्टिक खाद्य पदार्थों का प्रदर्शन और स्वाद परीक्षण किया जा रहा है। स्वास्थ्य शिविरों में एनीमिया जांच और कृमिनाशक गोलियों का वितरण किया जा रहा है। आंगनबाड़ी और स्कूल परिसरों में पोषण वाटिकाएं विकसित की जा रही हैं। मासिक धर्म स्वच्छता और प्रबंधन पर विशेष चर्चा सत्र भी आयोजित हो रहे हैं। इस अभियान को जन आंदोलन का रूप देने के लिए जनप्रतिनिधि, सामाजिक संगठन, स्व-सहायता समूह, शिक्षा, स्वास्थ्य, पंचायत, कृषि जैसे विभाग एक साथ मिलकर कार्य कर रहे हैं।
यूनिसेफ और वर्ल्ड विजन जैसी अंतरराष्ट्रीय संस्थाओं का भी सहयोग प्राप्त हो रहा है। मितानिन और एएनएम कार्यकर्ता कुपोषित बच्चों को चिन्हित कर उन्हें उपचार और पोषण सेवाओं से जोड़ रही हैं। वहीं, बेहतर कार्य करने वाले आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं, सहायिकाओं और स्वयंसेवकों को सम्मानित किया जाएगा।
कलेक्टर मिश्रा ने कहा, यह सिर्फ एक कार्यक्रम नहीं, एक संकल्प है बीजापुर के हर बच्चे को कुपोषण से मुक्त कर एक स्वस्थ और उज्ज्वल भविष्य देना हमारा लक्ष्य है। इस दिशा में सामूहिक भागीदारी और जन सहयोग अत्यंत आवश्यक है।