ब्रिटेन की नई सरकार द्वारा करों में कटौती और खर्च को बढ़ावा देने की
योजना सामने आने के बाद सोमवार को अमेरिकी डॉलर के मुकाबले ब्रिटिश पाउंड
में तेज गिरावट हुई। पाउंड सोमवार को शुरुआती कारोबार में 1.0349 प्रति
अमेरिकी डॉलर के निचले स्तर तक गिर गया, हालांकि बाद में इसमें थोड़ा सुधार
हुआ और यह 2.3 प्रतिशत कमजोरी के साथ 1.0671 प्रति डॉलर के भाव पर था। बाद
में 0.93 पर बंद हुआ।
इस तरह पाउंड, डॉलर के मुकाबले चार दशक के निचले स्तर पर है। कर-कटौती
योजना ने इन चिंताओं को जन्म दिया है कि सार्वजनिक उधारी बढ़ने से संकट और
गहरा जाएगा। पाउंड 1980 के दशक की शुरुआत में देखे गए स्तरों पर कारोबार कर
रहा है। हालांकि, इस दौरान अन्य मुद्राएं भी डॉलर के मुकाबले कमजोर हुई
हैं।
बता दें डॉलर के मुकाबले रुपया समेत अधिकतर विदेशी मुद्राओं में गिरावट
दर्ज की गई है। ब्रिटिश पाउंड में भी ऐतिहासिक गिरावट दर्ज की गई है।
रिजर्व बैंक की कोशिश के बाद भी डॉलर के मुकाबले रुपये में गिरावट जारी है।
सोमवार को एक डॉलर की कीमत बढ़कर 81.67 रुपये पर पहुंच गई जो अब तक
निम्नतम स्तर है।
रुपये में गिरावट की 4 वजह
वैश्विक बाजार में डॉलर की मांग में तेजी
भारतीय बाजार से विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी
वैश्विक मंदी की आशंका से घबराहट
रूस-यूक्रेन संकट से आर्थिक अनिश्चितता का माहौल