शुक्रवार को एएसपी कोटद्वार शेखर सुयाल ने अंकिता हत्याकांड का खुलासा किया. एएसपी ने बताया कि 18 सिंतबर को वनतारा रिजार्ट में रिसेप्शनिस्ट का काम करने वाली पौड़ी गढ़वाल के नांदलस्यूं पट्टी के श्रीकोट गांव निवासी अंकिता भंडारी 19 संदिग्ध परिस्थितियों में गायब हो गई थी. पुलिस की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने विवाद के बाद अंकिता को चीला शक्ति नहर में धक्का देने की बात कबूली है. आरोपियों ने पुलिस को गुमराह करने के लिए युवती के रिजॉर्ट से लापता होने की बात कहते हुए गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी. एएसपी ने बताया कि 22 सिंतबर को मामला राजस्व पुलिस से लक्ष्मणझूला थाना पुलिस को हस्तांतरित हुआ. वनतारा रिजार्ट के संचालक और दोनों मैनेजरों का कहना था कि अंकिता अपने कमरे से गायब हुई. जबकि कर्मचारियों ने पूछताछ में बताया कि गायब होने की रात अंकिता संचालक और मैनेजरों के साथ बाहर गई थी पर वापस नहीं लौटी.
पुलिस ने हरिद्वार के आर्यनगर के स्वदेशी फार्मेसी निवासी रिजार्ट संचालक पुलकित आर्य, ज्वालापुर के दयानंद नगरी निवासी मैनेजर अंकित उर्फ पुलकित गुप्ता और ज्वालापुर के ही सूरजनगर निवासी मैनेजर सौरभ भाष्कर को गिरफ्तार कर सख्ती से पूछताछ की. तीनों आरोपियों ने बताया कि वे अंकिता को लेकर बैराज तक आए थे. यहां उन्होंने फॉस्ट फूड खाया और शराब पी. इसके बाद अंकिता ने कहा कि वह सभी को यह बात बता देगी कि पुलकित आर्य उस पर ग्राहकों के साथ शारीरिक संबंध बनाने का दबाव बनाता है. इसी बीच अंकिता ने पुलकित का मोबाइल नहर में फेंक दिया. दोनों में हाथापाई शुरू हो गई. फिर पुलकित और उसके अन्य दो साथियों ने अंकिता को नहर में धक्का दे दिया. एएसपी शेखर सुयाल ने बताया कि तीनों आरोपियों के खिलाफ हत्या और साक्ष्य छिपानेए साजिश समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है.