मिंट की खबर में सूत्रों के हवाले से बताया गया है कि पिछले साल आईपीओ पर काम शुरू हुआ था, लेकिन कुछ समय के लिए ठंडे बस्ते में डाल दिया गया था। इसकी वजह कंपनी की री-ब्रांडिंग थी। इसके अलावा कैलेंडर वर्ष के शुरुआती महीनों में बाजार भी मुश्किल दौर में था। इसलिए आईपीओ को लेकर थोड़ा इंतजार किया गया। ऐसी उम्मीद है कि इस महीने के अंत तक रेड हेरिंग प्रॉस्पेक्टस (DRHP) के मसौदे सेबी के पास जमा करा दिए जाएंगे।
आईपीओ की डिटेल: प्रस्तावित आईपीओ में निवेशक टेमासेक और टाटा कैपिटल कंपनी में अपनी हिस्सेदारी का कुछ हिस्सा बेचेंगे। आईपीओ का आकार 300-400 मिलियन डॉलर के दायरे में रहने की उम्मीद है।
बता दें कि टाटा स्काई ने 2004 में टाटा संस और नेटवर्क डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन सर्विसेज एफजेड-एलएलसी (एनडीडीएस) के बीच 80:20 के ज्वाइंट वेंचर के रूप में परिचालन शुरू किया। एनडीडीएस, रूपर्ट मर्डोक की 21 सेंचुरी फॉक्स के स्वामित्व वाली इकाई है।
डिज्नी ने 2019 में फॉक्स का अधिग्रहण किया। डिज्नी के पास टीएस इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के माध्यम से टाटा स्काई में एक और 9.8% हिस्सेदारी है। कंपनी में टाटा संस की 41.49% हिस्सेदारी है।
वहीं, 33.23% मार्केट शेयर के साथ Tata Play कंपनी की सबसे बड़ी DTH सर्विस प्रोवाइडर है। भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण के आंकड़ों के मुताबिक 31 मार्च के अंत तक देश में कुल डीटीएच ग्राहक 66.9 मिलियन थे।