25 सितंबर को इस दुर्गा भवन का शुभारंभ कर दिया जाएगा. इस भवन में तीन हजार के करीब लोग रोजाना रुकेंगे और यह माता के दर्शनों के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को एक बड़ी सौगात होगी.
दरअसल, माता वैष्णो देवी में भवन पर श्रद्धालुओं के रूकने के लिए अभी कई रिहायशी भवनों की व्यवस्था है. इनमें मुख्य भवन कॉम्प्लेक्स, कालिका भवन, न्यू कालिका भवन, वैष्णवी व गौरी भवन,मनोकामना भवन आदि रेंटिड व्यवस्था है, जिसमें श्रद्धालु पूर्व बुकिंग कराकर रूक सकते हैं.
उधर, माता वैष्णो देवी (Mata Vaishno Devi Yatra) के दरबार में आने वाले श्रद्धालुओं के लिए नई आरएफआईडी कार्ड सुविधा की शुरुआत हो गई है. इससे हर समय श्रद्धालु माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड की नजर में रहेंगे. बोर्ड ने यह फैसला इसलिए लिया है कि भवन या फिर रास्ते में कोई भी आपदा आने पर यात्रियों को ढूंढने में मुश्किल न हो. इसके लिए कटरा से लेकर भवन तक तीन मार्गों पर सैंसर लगा दिए गए हैं. वहीं, 25 आरएफआईडी काउंटर खोले गए हैं. कटरा और भवन में कंट्रोल रूम स्थापित कर दिया गया है.
वैष्णो देवी के भवन पर कई बार लैंडस्लाइड या फिर पहाड़ों से पत्थर गिरने व पानी आ जाने से श्राईन बोर्ड को भीड़ कंट्रोल करने में काफी दिक्कत आती है. इसी साल पहली जनवरी को माता के दरबार मे भगदड़ मच गई थी, जिसमे 12 के करीब लोगों की जान चली गई थी. अब हर यात्री को भगदड़ व आपदा से बचाने के लिए ये कार्ड महत्वपूर्ण होगा.