गुजरात विधानसभा चुनाव का शेड्यूल आज चुनाव आयोग की ओर से जारी किया
जाएगा। दोपहर 12 बजे चुनाव आयोग ने प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई है, जिसमें
चुनाव की तारीखों का ऐलान किया जाएगा। इस बीच चर्चा है कि हर बार की तरह ही
गुजरात में इस बार भी दो राउंड में मतदान हो सकता है। पहले चरण का मतदान 2
दिसंबर को कराया जा सकता है, इसके अलावा दूसरे राउंड की वोटिंग 5 या 6
दिसंबर को हो सकती है। वहीं हिमाचल प्रदेश के साथ ही 8 दिसंबर को नतीजों का
ऐलान किया जा सकता है। 2007, 2012 और 2017 में भी गुजरात में दो चरणों ही
मतदान हुआ था। इससे पहले 2017 में भी गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनावों
का ऐलान अलग-अलग हुआ था, लेकिन नतीजे एक ही दिन आए थे।
इस बार भी गुजरात की 182 विधानसभा सीटों पर दो ही राउंड में मतदान होगा।
बता दें कि गुजरात में भाजपा बीते 27 सालों से सत्ता में है और एक बार फिर
से 5 सालों के लिए मौका पाने की चुनौती उसके सामने है। खासतौर पर ऐसे वक्त
में जब पीएम नरेंद्र मोदी अब देश की कमान संभाल रहे हैं और गुजरात में
भाजपा को उनके बाद तीन सीएम देने पड़े हैं। आनंदीबेन पटेल, विजय रूपाणी के
बाद अब भूपेंद्र पटेल राज्य के सीएम हैं। हालांकि अब भी पार्टी गुजरात में
भी अमित शाह और पीएम नरेंद्र मोदी के चेहरे और रणनीति पर ही निर्भर है।
त्रिकोणीय मुकाबले से मैच रोतक, पर फायदे में भाजपा?
गौरतलब है कि इस बार गुजरात में त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल
रहा है। इस राज्य में आमतौर पर कांग्रेस और भाजपा के बीच ही मुकाबला रहा
है, लेकिन अब आम आदमी पार्टी भी जोर-शोर से चुनावी जंग में है। सूरत जैसे
शहर के निगम चुनाव में 27 सीटें जीतने के बाद से आम आदमी पार्टी गुजरात की
जमीन को अपनी सियासत के लिए उर्वर मानती है। इसके अलावा भाजपा के गढ़ में
वह उसे चुनौती देकर देश में खुद को एक विकल्प के तौर पर स्थापित करने की
कोशिश में है। यही वजह है कि गुजरात का चुनाव पहले के मुकाबले रोचक है।
हालांकि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस में वोटों के बंटवारे के चलते भाजपा को
फायदा मिलने की बात भी कही जा रही है।