सुरक्षा प्रभारी सुमन आनंद की शिकायत पर 1 सितंबर को कुंडा पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी। एफआईआर में कहा गया था कि इन सभी व्यक्तियों ने एटीसी में प्रवेश करके सभी 'सुरक्षा मानकों' का उल्लंघन किया और अधिकारियों पर टेक-ऑफ करने के लिए दबाव डाला।
कुंडा थाना प्रभारी प्रवीण कुमार ने कहा कि बीजेपी के दोनों लोकसभा सांसदों निशिकांत दुबे और मनोज तिवारी के साथ हवाई अड्डे के निदेशक समेत नौ लोगों पर आईपीसी की धारा 336, 447, 448 के तहत मामला दर्ज किया गया है। देवघर डीसी ने प्रधान सचिव, कैबिनेट-समन्वय (नागरिक उड्डयन), झारखंड को दो सितंबर को लिखे पत्र में पूरा मामला बताते हुए बताया कि विमान में सवार होने के बाद पायलट विमान से बाहर आया और एटीसी की ओर चलने लगा।
31 अगस्त को स्थानीय सूर्यास्त का समय 18.03 था। हवाई सेवाएं 17.30 बजे
तक संचालित की जानी थी। दुबे और अन्य एटीसी के अंदर आ गए। सुरक्षा प्रभारी
ने कहा कि पायलट और यात्री उड़ान भरने के लिए मंजूरी के लिए दबाव बना रहे
थे, जिसे दे दिया गया।
जबरन लोग एटीसी रूम में घुसे थे
इस एफआइआर के अनुसार, 31 अगस्त को दोपहर 1 बजे सांसद निशिकांत दुबे, उनके पुत्र कनिष्क कांत दुबे, माहिकांत दुबे, सांसद मनोज तिवारी, कपिल मिश्रा, शेषाद्री दुबे, सुनील तिवारी समेत अन्य लोग चार्टर्ड प्लेन से देवघर आये थे. शाम में वापसी के दौरान दुबे समेत अन्य लोग जबरन एटीसी रूम में प्रवेश कर गए. इसके बाद जबरन क्लीरियेन्स लेकर सांसद और उनके साथ के लोग चार्टर्ड प्लेन से वापस लौट गए. इसे लेकर इनके विरुद्ध सुसंगत धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कराया गया है.