नई दिल्ली: भारत और एशिया के दूसरे बड़े रईस गौतम अडानी विदेशों में बड़ा दांव खेलने की तैयारी में हैं। अडानी ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज की सहायक कंपनी अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (AAHL) ने शनिवार को घोषणा की कि उसने यूएई में सेलेरिटास इंटरनेशनल FZCO नाम से एक नई यूनिट बनाई है। 100,000 दिरहम की अधिकृत और चुकता शेयर पूंजी के साथ सेलेरिटास जेबेल अली फ्री जोन में परिचालन करने के लिए तैयार है। हालांकि कंपनी ने एक्सचेंज फाइलिंग में कहा कि इसने अभी तक व्यावसायिक गतिविधियां शुरू नहीं की हैं। सेलेरिटास में अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स की 74% हिस्सेदारी है और इस अधिग्रहण में कोई रिलेटेड पार्टी ट्रांजैक्शन शामिल नहीं है।
स्टॉक एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार अडानी एयरपोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड की एक संयुक्त उद्यम कंपनी अप्रैल मून रिटेल प्राइवेट लिमिटेड 200 करोड़ रुपये में कोकोकार्ट वेंचर्स प्राइवेट लिमिटेड में 74% हिस्सेदारी हासिल करने के लिए तैयार है। अडानी एंटरप्राइजेज ग्रुप के एयरपोर्ट, रोड्स और डेटा सेंटर बिजनस को ऑपरेट करती है। कंपनी ने चालू वित्त वर्ष के लिए 80,000 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय की योजना बनाई है। इसमें से 50,000 करोड़ रुपये एयरपोर्ट कारोबार और अडानी न्यू इंडस्ट्रीज के लिए आवंटित किए गए हैं। अडानी एयरपोर्ट्स के पास सात चालू एयरपोर्ट और नवी मुंबई में एक निर्माणाधीन एयरपोर्ट है। उसने अगले दशक में 21 अरब डॉलर के निवेश की रूपरेखा तैयार की है।
एयरपोर्ट बिजनस
अडानी ग्रुप 2019 से एयरपोर्ट बिजनस में काम कर रहा है और वर्तमान में भारत में एयरपोर्ट का सबसे बड़ा निजी ऑपरेटर है। अडानी एंटरप्राइजेज का समेकित शुद्ध लाभ जून 2024 को समाप्त पहली तिमाही में पिछले साल के मुकाबले 116% बढ़कर 1,454 करोड़ रुपये हो गया। एक साल पहले की समान अवधि में यह 674 करोड़ रुपये था। समीक्षाधीन अवधि में कंपनी का परिचालन से राजस्व पिछले वर्ष की इसी अवधि के 22,644 करोड़ रुपये की तुलना में 12% बढ़कर 25,472 करोड़ रुपये हो गया। शुक्रवार को अडानी एंटरप्राइजेज का शेयर 4.76% गिरावट के साथ 2693.70 रुपये पर बंद हुआ।