राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों ही इशारों में एक बार फिर सचिन पायलट को निशाने पर ले लिया। पायलट का ना लिए बिना सीएम गहलोत ने कहा कि भाजपा ने कर्नाटक, मध्यप्रदेश, गोवा, महाराष्ट्र और गोवा में सरकार गिराई। लेकिन राजस्थान में मैंने दाल नहीं गलने दी। विधायक 34 दिन तक मेरे साथ होटल में रहे। विधायकों को पहली किस्त 10 करोड़ रुपये देने की पेशकश की। लेकिन विधायकों ने मेरा साथ दिया। किसी भी विधायक ने हमारा साथ नहीं छोड़ा। सीपीएम के हो या फिर अन्य। किसी विधायक का इमान नहीं डिगा। मंगलवार की सीएम गहलोत ने जोधपुर शहर जिला कांग्रेस कमेटी उत्तर-दक्षिण द्वारा आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए भाजपा पर जमकर निशाना साधा। सीएम ने कहा कि मोदी सरकार जांच एजेंसियों का दुरुपयोग कर रही है। विपक्षी दलों को डराया धमकाया जा रहा है।
2020 में पायलट ने की थी बगावत
उल्लेखनीय है कि राजस्थान के पूर्व डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने वर्ष 2020
में सीएम गहलोत के खिलाफ बगावत कर दी थी। पायलट समर्थित विधायक गुड़गांव के
मानेसर में एक होटल में चले गए थे। जिससे गहलोत सरकार पर संकट के बादल
मंडराने लगे। हालांकि, बाद में पायलट कैंप से सुलह हो गई थी। 12 जुलाई 2020
को पायलट कैंप ने सीधे बगावत का ऐलान करते हुए गहलोत सरकार के अल्पमत में
होने का दावा किया था। सचिन पायलट के मीडिया सलाहकार ने एक 12 जुलाई 2020
को रात 9 बजकर 7 मिनट पर एक वाॅट्सऐप ग्रुप में मैसेज डाला। इस मैसेज ने
राजस्थान की सियासत में भूचाल ला दिया था।