यूक्रेन में अभी स्थिति सुधरती नहीं नजर आ रही है बल्कि दशा और गंभीर हो
सकती है। जब रूस ने देखा की कई शहरों में उसकी सेना को मात मिल रही है तो
राष्ट्रपति पुतिन ने यक्रेन के चार इलाकों में सैन्य शासन का ऐलान कर
दिया। इन चारों प्रांतों को रूस में विलय की घोषणा पुतिन पहले ही कर चुके
थे। मामले को गंभीरता से लेते हुए यूक्रेन में भारतीय दूतावास ने भी
एडवाइजरी जारी की है।
इस एडवाइजरी में कहा गया है कि यूक्रेन में हाल के हमलों को देखते हुए
नागरिकों को सलाह दी जाती है कि वे यूक्रेन की यात्रा ना करें। इसके अलावा
छात्रों सहित जो भारतीय यूक्रेन में रहते हैं वे जल्द से जल्द यहां से निकल
जाएं। बता दें कि जब रूस और यूक्रेन के बीच युद्ध शुरू हुआ था तब भारत ने
बड़े स्टर पर इवैकुएशन मिशन चलाया था और बहुत सारे भारतीयों को स्वदेश लेकर
आए थे। हालांकि अब सरकार इस तरह की कोई सुविधा नहीं देने जा रही है। वहां
से निकलने के लिए लोगों को खुद अपना रास्ता तलाश करना होगा।
बीते दिनों रूस ने यूक्रेन के शहरों पर मिसाइल और सुसाइड ड्रोन
हमले तेज किए हैं। ऐसे में बहुत सारे मासूम लोगों की जान भी चली गई है। रूस
ने राष्ट्रपति जेलेंस्की के दफ्तर को भी निशाना बनाया था। दिनों दिन रूस
और ज्यादा आक्रामक रुख अपना रहा है। वहीं यूक्रेन भी घुटने टेकने को तैयार
नहीं है. पश्चिमी देश उसे रक्षा उपकरण उपलब्ध करवा र हे हैं। ऐसे में आशंका
है कि यूक्रेन में स्थिति बिगड़ सकती है।