दिल्ली से लौटीं राज्यपाल अनुसूईया उइके:कहा- राष्ट्रपति-उपराष्ट्रपति और गृह मंत्री से बात हुई, राज्य सरकार के जवाब के बाद करुंगी आरक्षण विधेयक पर विचार

Updated on 22-12-2022 07:49 PM

छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूईया उइके दिल्ली से लौट आई हैं। रायपुर में उन्होंने कहा, इस प्रवास के दौरान राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से उनकी मुलाकात हुई है। केंद्रीय गृह मंत्री से भी चर्चा की है। उनको प्रदेश के सभी विषयों की जानकारी दी है। उन्होंने राज्य सरकार को कुछ सवाल भेजे हैं। उसका जवाब आने के बाद भी आरक्षण संशोधन विधेयकों पर विचार करुंगी।

राज्यपाल अनुसूईया उइके ने कहा, इस दौरे में राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति और गृहमंत्री से सौजन्य मुलाकात हुई। प्रधानमंत्री बहुत व्यस्त थे इसलिए मुलाकात नहीं हो पाई। ऐसी मुलाकातों में अनौपचारिक चर्चा होती है। प्रदेश सहित अन्य गतिविधियों के बारे में चर्चा की गई। राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति को छत्तीसगढ़ आने का न्योता दिया है। साइंस कॉलेज में पूर्व छात्रों का कार्यक्रम है। उसके लिए राष्ट्रपति को निमंत्रित करने का मुझसे आग्रह किया गया था। वह निमंत्रण दिया है।

एक एमिटी विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह और एक मध्य प्रदेश के आयोजन के लिए भी आग्रह किया है। छत्तीसगढ़ के आरक्षण संशोधन विधेयकों के बारे में पूछे जाने पर राज्यपाल ने कहा, प्रदेश की सारी गतिविधियों पर चर्चा की गई। ये विषय भी मैंने बताया। राज्यपाल ने कहा, अपने विधि सलाहकार की सलाह पर उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार को 10 प्रश्न भेजा है। सरकार की ओर से उसका जवाब आने के बाद उस पर विचार करूंगी।

राज्यपाल ने सरकार से जटिल सवाल पूछे हैं

  • क्या इस विधेयक को पारित करने से पहले अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति का कोई डाटा जुटाया गया था? अगर जुटाया गया था तो उसका विवरण।
  • 1992 में आये इंद्रा साहनी बनाम भारत संघ मामले में उच्चतम न्यायालय ने आरक्षित वर्गों के लिए आरक्षण 50% से अधिक करने के लिए विशेष एवं बाध्यकारी परिस्थितियों की शर्त लगाई थी। उस विशेष और बाध्यकारी परिस्थितियों से संबंधित विवरण क्या है।
  • उच्च न्यायालय में चल रहे मामले में सरकार ने आठ सारणी दी थी। उनको देखने के बाद न्यायालय का कहना था, ऐसा कोई विशेष प्रकरण निर्मित नहीं किया गया है जिससे आरक्षण की सीमा को 50% से अधिक किया जाए। ऐसे में अब राज्य के सामने ऐसी क्या परिस्थिति पैदा हो गई जिससे आरक्षण की सीमा 50% से अधिक की जा रही है।
  • सरकार यह भी बताये कि प्रदेश के अनुसूचित जाति और जनजाति के लोग किस प्रकार से समाज के सामाजिक, आर्थिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़ों की श्रेणी में आते हैं।
  • आरक्षण पर चर्चा के दौरान मंत्रिमंडल के सामने तमिलनाडु, कर्नाटक और महाराष्ट्र में 50% से अधिक आरक्षण का उदाहरण रखा गया था। उन तीनों राज्यों ने तो आरक्षण बढ़ाने से पहले आयोग का गठन कर उसका परीक्षण कराया था। छत्तीसगढ़ ने भी ऐसी किसी कमेटी अथवा आयोग का गठन किया हो तो उसकी रिपोर्ट पेश करे।
  • क्वांटिफायबल डाटा आयोग की रिपोर्ट भी मांगी है।
  • विधेयक के लिए विधि विभाग का सरकार को मिली सलाह की जानकारी मांगी गई है। राजभवन में अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग को आरक्षण देने के लिए बने कानून में सामान्य वर्ग के गरीबों के आरक्षण की व्यवस्था पर भी सवाल उठाए हैं। तर्क है कि उसके लिए अलग विधेयक पारित किया जाना चाहिए था।
  • अनुसूचित जाति और जनजाति के व्यक्ति सरकारी सेवाओं में चयनित क्यों नहीं हो पा रहे हैं।
  • सरकार ने आरक्षण का आधार अनुसूचित जाति और जनजाति के दावों को बताया है। वहीं संविधान का अनुच्छेद 335 कहता है कि सरकारी सेवाओं में नियुक्तियां करते समय अनुसूचित जाति और जनजाति समाज के दावों का प्रशासन की दक्षता बनाये रखने की संगति के अनुसार ध्यान रखा जाएगा। सरकार यह बताये कि इतना आरक्षण लागू करने से प्रशासन की दक्षता पर क्या असर पड़ेगा इसका कहीं कोई सर्वे कराया गया है?

आरक्षण मामले में अब तक क्या-क्या हुआ है

  • 19 सितम्बर को गुरु घासीदास साहित्य एवं संस्कृति अकादमी मामले में उच्च न्यायालय का फैसला आया। इसमें छत्तीसगढ़ में आरक्षण पूरी तरह खत्म हो चुका है।
  • शुरुआत में कहा गया कि इसका असर यह हुआ कि प्रदेश में 2012 से पहले का आरक्षण रोस्टर लागू हो गया है। यानी एससी को 16%, एसटी को 20% और अन्य पिछड़ा वर्ग को 14% आरक्षण मिलेगा।
  • सामान्य प्रशासन विभाग ने विधि विभाग और एडवोकेट जनरल के कार्यालय से इसपर राय मांगी। लेकिन दोनों कार्यालयों ने स्थिति स्पष्ट नहीं की।
  • सामान्य प्रशासन विभाग ने सूचना के अधिकार के तहत बताया कि हाईकोर्ट के फैसले के बाद 29 सितम्बर की स्थिति में प्रदेश में कोई आरक्षण रोस्टर क्रियाशील नहीं है।
  • आदिवासी समाज ने प्रदेश भर में आंदोलन शुरू किए। राज्यपाल और मुख्यमंत्री को मांगपत्र सौंपा गया। सर्व आदिवासी समाज की बैठकों में सरकार के चार-चार मंत्री और आदिवासी विधायक शामिल हुए।
  • लोक सेवा आयोग और व्यापमं ने आरक्षण नहीं होने की वजह से भर्ती परीक्षाएं टाल दीं। जिन पदों के लिए परीक्षा हो चुकी थीं, उनका परिणाम रोक दिया गया। बाद में नये विज्ञापन निकले तो उनमें आरक्षण रोस्टर नहीं दिया गया।
  • सरकार ने 21 अक्टूबर को उच्चतम न्यायालय में रिट याचिका दायर कर उच्च न्यायालय का फैसला लागू होने से रोकने की मांग की। शपथपत्र पर लिखकर दिया गया है कि उच्च न्यायालय के फैसले के बाद प्रदेश में भर्तियां रुक गई हैं।
  • राज्यपाल अनुसूईया उइके ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर हालात पर चिंता जताई। सुझाव दिया कि सरकार आरक्षण बढ़ाने के लिए अध्यादेश लाए अथवा विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए।
  • सरकार ने विधेयक लाने का फैसला किया। एक-दो दिसम्बर को विधानसभा सत्र बुलाने का प्रस्ताव राजभवन भेजा गया, उसी दिन राज्यपाल ने उसकी अनुमति दे दी और अगले दिन अधिसूचना जारी हो गई।
  • 24 नवम्बर को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट की बैठक में आरक्षण संशोधन विधेयकों के प्रस्ताव के हरी झंडी मिल गई।
  • 2 दिसम्बर को तीखी बहस के बाद विधानसभा ने सर्वसम्मति से आरक्षण संशोधन विधेयकों को पारित कर दिया। इसमें एससी को 13%, एसटी को 32%, ओबीसी को 27% और सामान्य वर्ग के गरीबों को 4% का आरक्षण दिया गया। जिला कॉडर की भर्तियों में जनसंख्या के अनुपात में आरक्षण तय हुआ। ओबीसी के लिए 27% और सामान्य वर्ग के गरीबों के लिए 4% की अधिकतम सीमा तय हुई।
  • 2 दिसम्बर की रात को ही पांच मंत्री विधेयकों को लेकर राज्यपाल से मिलने पहुंचे। यहां राज्यपाल ने जल्दी ही विधेयकों पर हस्ताक्षर का आश्वासन दिया। अगले दिन उन्होंने सोमवार तक हस्ताक्षर कर देने की बात कही। उसके बाद से विधेयकों पर हस्ताक्षर की बात टलती रही।
  • 14 दिसम्बर को राज्यपाल ने सरकार से 10 सवाल पूछे। कहा, इसका जवाब आए बिना विधेयकों पर निर्णय लेना संभव नहीं।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 11 January 2025
गरियाबंद । कलेक्टर दीपक अग्रवाल ने आज कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में नीति आयोग द्वारा संचालित आकांक्षी ब्लाक कार्यक्रम के संबंध में समीक्षा बैठक ली उन्होंने आकांक्षी ब्लॉक अंतर्गत चयनित गरियाबंद एवं मैनपुर…
 11 January 2025
रायपुर। जयस्तंभ चौक स्थित आारंभ इनक्यूबेशन और इनोवेशन सेंटर में रविवार को एक मुफ्त डिजिटल मार्केटिंग मास्टरक्लास का आयोजन किया गया। इस सत्र में जाने-माने डिजिटल मार्केटर और उद्यमी लक्षित…
 11 January 2025
गरियाबंद ।  कलेक्टर दीपक कुमार अग्रवाल की उपस्थिति में आज जिला कार्यालय के सभाकक्ष में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान धान खरीदी केन्द्रों के भौतिक सत्यापन करने के निर्देश संबंधित…
 11 January 2025
गरियाबंद ।  शासकीय पूर्व माध्यमिक विद्यालय फुलकर्रा में आज विश्व हिंदी दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ ग्रामीण बैंक गरियाबंद शाखा द्वारा हिंदी स्लोगन प्रतियोगिता का आयोजन रखा गया। जिसमें विद्यालय के…
 11 January 2025
कोरबा ।  वनभूमि में काबिज वनवासियों को उनकी जमीन का मालिकाना हक मिलने से अनेक आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों की जिंदगियां बदल रही है। अब ग्रामीण निश्चिंत होकर काबिज जमीन…
 11 January 2025
बालोद।  कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल महतारी वंदन योजना के अंतर्गत इस योजना का लाभ लेने हेतु महिलाओं के आवेदन के पश्चात् सत्यापन हेतु लंबित आवेदनों का शीघ्र निराकरण सुुनिश्चित करने के…
 11 January 2025
कोंडागांव। प्रधानमंत्री पोषण शक्ति योजना अंतर्गत स्कूलों में विद्यार्थियों को सामुदायिक भागीदारी के तहत गर्म एवं पोषण आहार दी जाती है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की दूरदर्शी सोच और समर्पित नेतृत्व…
 11 January 2025
बीजापुर। जिला बीजापुर के नगरीय क्षेत्रो में सड़क किनारे व्यवसाय करने वाले व्यवसायीयो (रेहडी पटरी, फुटपाथ विक्रेताओ) को लाभाविंत करने हेतु केन्द्र सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना प्रधानमंत्री स्ट्रीट वेण्डर आत्मनिर्भर निधि…
 11 January 2025
रायगढ़ ।  रायगढ़ जिले में आयोजित क्षेत्रीय सरस मेला में स्व-सहायता समूह की दीदियों ने अपने सांस्कृतिक कार्यक्रम से सबको मोहित किया है। कार्यक्रम के मंच से जिले के बिहान…
Advt.