कराची: आर्थिक संकट से बाहर निकलने को बेकरार पाकिस्तान ने अब जो नई रणनीति अपनाई है, उसके बाद उसकी नीयत दुनिया के सामने आ गई है। पाकिस्तान की सेना ने रूस और यूक्रेन जंग को अपने आर्थिक संकट से निबटने का जरिया बना लिया है। पाकिस्तानी सेना अब यूक्रेन को अपने हथियार और गोला-बारूद बेच रही है। दिलचस्प बात है कि जिस समय देश में आटा संकट पैदा हुआ था तो रूस की तरफ से चार लाख टन से भी ज्यादा गेहूं देश की मदद के लिए भेजा गया था। जिस तरह से यह मुल्क रूस को धोखा दे रहा है उसके बाद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन क्या करेंगे, कोई नहीं जानता है। पाकिस्तान की गद्दारी का सबूत भी सोशल मीडिया पर मौजूद है।
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वायरल हुआ वीडियो
एक वीडियो इस समय वायरल हो रहा है। इस वीडियो में नजर आ रहा है कि यूक्रेन की सेना का एक टैंक 122 एमएम की उस तोप के गोले का प्रयोग कर रही है जिसे पाकिस्तान की सेना ने उसे सप्लाई किया है। जो रिपोर्ट्स आई हैं, उस पर अगर यकीन करें तो पाकिस्तान ने पश्चिमी देशों की आर्थिक मदद के बदले यूक्रेन को 44 टी-80यूडी टैंक्स देने की पेशकश भी की है। पाकिस्तान ने इन टैंक्स को साल 1997 से 1999 के बीच यूक्रेन से ही खरीदा था। जब से रूस और यूक्रेन की जंग शुरू हुई है तब से ही पाकिस्तान दोनों देशों का फायदा उठाने की फिराक में है।
जुलाई से ही रूस को धोखा
पिछले साल जुलाई से ही पाकिस्तान की तरफ से यूक्रेन को ब्रिटेन के एयरब्रिज के जरिए गोला-बारूद सप्लाई करने में लगा है। रूस के खिलाफ यूक्रेन की जंगी कोशिशों में मदद के मकसद से पाकिस्तान ने पोलैंड और जर्मनी में बंदरगाहों का भी इस्तेमाल किया है। हालांकि, पाकिस्तान ने इस बात से सरासर इनकार कर दिया हे कि उसने यूक्रेन को गोला-बारूद की सप्लाई की है। उसका कहना है कि वह हमेशा दो देशों के युद्ध में हस्तक्षेप न करने की नीति का पालन करता आया है।
पुतिन पाकिस्तान से नाराज
पाकिस्तान की तरफ से यूक्रेन की मदद के योगदान के बावजूद, रूस ने मुल्क की मदद की इच्छा जाहिर की है। विशेषज्ञों की मानें तो रूस के पास लाखों पाकिस्तानियों की मदद के लिए 50,000 मीट्रिक टन गेहूं है। कुछ खबरों पर अगर यकीन करें तो यूक्रेन को मिल रही पाकिस्तान की मदद से रूस काफी नाराज है। रिपोर्ट्स के अनुसार, राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व वाली रूसी सरकार ने चीन से कहा है कि वह पाकिस्तान को समझाए कि वह, यूक्रेन का समर्थन करने में पश्चिम देशों के ग्रुप में शामिल न होने के लिए कहा है।