भारत और अमेरिका मिलकर भारत में परमाणु रिएक्टर बनाएंगे:2007 में हुए समझौते को 18 साल बाद अमेरिकी प्रशासन की मंजूरी मिली

Updated on 01-04-2025 12:49 PM

अमेरिका एनर्जी डिपार्टमेंट (DoE) ने अमेरिकी कंपनी को भारत में संयुक्त तौर पर न्यूक्लियर पावर प्लांट डिजाइन और निर्माण के लिए अंतिम मंजूरी दे दी है। भारत और अमेरिका के बीच 2007 में सिविल न्यूक्लियर डील हुई थी, जिसके तहत ही 26 मार्च यानी बुधवार को यह मंजूरी दी गई है।

अब तक भारत-अमेरिका सिविल परमाणु समझौते के तहत अमेरिकी कंपनियां भारत को परमाणु रिएक्टर और इक्विपमेंट निर्यात कर सकती थीं, लेकिन भारत में न्यूक्लियर इक्विपमेंट के किसी भी डिजाइन कार्य या मैन्युफैक्चरिंग पर रोक थी।

भारत लगातार इस बात पर जोर दे रहा था कि रिएक्टर्स का डिजाइन, मैन्युफैक्चरिंग और टेक्नोलॉजी ट्रांसफर से लेकर हर काम देश में ही होना चाहिए।

संयुक्त रूप से स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर का निर्माण करेंगे

अमेरिका ने होल्टेक इंटरनेशनल नाम की कंपनी को US न्यूक्लियर एनर्जी एक्ट 1954 के तहत मंजूरी दी है। US अथारिटी ने होल्टेक इंटरनेशनल के एप्लिकेशन के आधार पर तीन भारतीय कंपनियों को अन-क्लासिफाइड स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SSMR) टेक्नोलॉजी ट्रांसफर करने की इजाजत दी है।

इन तीन कंपनियों के नाम लार्सन एंड टुब्रो लिमिटेड, टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड और होल्टेक की रीजनल सहायक कंपनी होल्टेक एशिया है।

होल्टेक इंटरनेशनल अब संयुक्त रूप से स्मॉल मॉड्यूलर रिएक्टर (SMR) का निर्माण करेंगी और इसके सभी कम्पोनेंट्स और पार्ट्स का भी को-प्रोडक्शन भी करेंगी।

हालांकि, अमेरिका ने शर्त रखी है कि संयुक्त रूप से डिजाइन और निर्मित परमाणु रिएक्टर्स को अमेरिकी सरकार की पूर्व लिखित सहमति के बिना भारत या अमेरिका के अलावा किसी अन्य देश में किसी अन्य संस्था को रि-ट्रांसफर नहीं किया जाएगा।

इसे भारत की एक बड़ी कूटनीति जीत के तौर पर देखा जा रहा है। अमेरिकी सरकार ने कहा कि भारत में सिविल न्यूक्लियर एनर्जी की बहुत ज्यादा कॉमर्शियल संभावनाएं हैं।

भारत को मिलेगी प्रेशराइज्ड वाटर रिएक्टर बनाने की टेक्नीक 

यह मंजूरी ऐसे वक्त पर मिली है जब ट्रम्प सरकार अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और ग्लोबल लेबल पर 'मेड-इन-यूएसए' उपकरणों को बढ़ावा देने पर जोर दे रही है। ऐसे में भारत में न्यूक्लियर रिएक्टर्स के निर्माण को मंजूरी देना भारत के लिए एक बड़ी कामयाबी है।

अमेरिका स्थित होलटेक इंटरनेशनल एक ग्लोबल एनर्जी फर्म है। जिसका मालिकाना हक भारतीय मूल के अमेरिकी आंत्रप्रेन्योर कृष्ण पी सिंह के पास हैं।

भारत के पास वर्तमान में 220MWe प्रेशराइज्ड हैवी वाटर रिएक्टर (PHWR) की क्षमता वाले छोटे परमाणु रिएक्टरों में विशेषज्ञता है। अब उसे प्रेशराइज्ड वाटर रिएक्टर (PWR) के ज्यादा हाई टेक्नीक वाले परमाणु रिएक्टर बनाने की तकनीक मिलेगी। दुनिया भर में ज्यादातर परमाणु रिएक्टर इसी तकनीक पर चलते हैं।

स्मॉल न्यूक्लियर पावर प्लांट से भारत सरकार को क्या फायदे हैं? 

भारत 6 वजहों से बड़े न्यूक्लियर पावर प्लांट की तुलना में छोटे-छोटे न्यूक्लियर पावर प्लांट लगाना चाहता है…

  • दुनिया भर के देश भारत पर जीरो कार्बन इमिशन और कम कोयला इस्तेमाल करने के लिए दबाव बना रहे हैं। बिजली पैदा करने के लिए चीन के बाद भारत में सबसे ज्यादा कोयला इस्तेमाल होता है।
  • भारत इसी वजह से इस तरह के छोटे-छोटे परमाणु रिएक्टर के जरिए बिजली पैदा करना चाहता है। कोयले वाले रिएक्टर की तुलना में ये 7 गुना कम कार्बन पैदा करता है।
  • SMR को डिजाइन करना और बनाना आसान है। इसे किसी भी बिजली प्लांट के ग्रिड से जोड़ा जा सकता है। इसके लिए अलग से बिजली ग्रिड बनाने की जरूरत नहीं है।
  • भारत में न्यूक्लियर पावर प्लांट के लिए जमीन अधिग्रहण एक बहुत बड़ी चुनौती है। इस तरह के प्लांट को किसी जहाज या बड़ी गाड़ी पर भी लगाया जा सकता है। इस तरह स्मॉल न्यूक्लियर प्लांट को कम से कम समय में लगाना संभव होगा।
  • रूस ने इस तरह के प्लांट के लिए भारत को एडवांस टेक्नोलॉजी देने का ऐलान किया है।
  • 2050 तक भारत में बिजली की मांग 80%-150% तक बढ़ने का अनुमान है, SMR एक ऐसा प्लांट है जिसके जरिए हर शहर या फिर कोई कंपनी अपने लिए खुद से बिजली पैदा कर सकती है।

अन्य महत्वपुर्ण खबरें

 06 May 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने संयुक्त राष्ट्र (UN) को मिलने वाले 19 हजार करोड़ का फंड रोक रखा है। इसमें से कुछ पैसा बाइडेन प्रशासन के कार्यकाल का भी है।ट्रम्प…
 06 May 2025
भारत-पाकिस्तान के बीच यूनाइटेड नेशन सिक्योरिटी काउंसिल (UNSC) में सोमवार देर रात बंद कमरे में बैठक हुई। न्यूज एजेंसी की रिपोर्ट के मुताबिक इस मीटिंग में पाकिस्तान से आतंकी संगठन…
 06 May 2025
भारत ने जम्मू-कश्मीर में चिनाब पर बने सियाल और बगलिहार बांध के गेट बंद कर दिए हैं। इसके चलते पाकिस्तान जाने वाला चिनाब का पानी रुक गया है और वाटर…
 06 May 2025
इजराइली सेना ने यमन में हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले बंदरगाह शहर हुदैदाह पर सोमवार रात भीषण बमबारी की। सेना के मुताबिक हमले में 20 इजरायली वायुसेना के लड़ाकू विमानों…
 03 May 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि वह हार्वर्ड यूनिवर्सिटी का टैक्स फ्री संस्थान का दर्जा खत्म करने जा रहे हैं। ट्रम्प ने ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए लिखा…
 03 May 2025
अमेरिका ने सऊदी अरब को 3.5 अरब डॉलर (करीब 29 हजार करोड़ रुपये) की एयर-टू-एयर मिसाइलें बेचने की मंजूरी दे दी है। इस सौदे के तहत सऊदी अरब को 1,000…
 03 May 2025
सिंगापुर में आज संसदीय चुनाव के लिए वोटिंग हो रही है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला 1965 से सत्ता पर काबिज पीपुल्स एक्शन पार्टी (PAP) और प्रमुख विपक्षी दल वर्कर्स…
 03 May 2025
ऑस्ट्रेलिया में आज 2025 के फेडरल चुनाव के वोट डाले जा रहे हैं। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला वर्तमान प्रधानमंत्री एंथनी अल्बनीज की लेबर पार्टी और विपक्षी नेता पीटर डटन…
 01 May 2025
इस्लामाबाद: पाकिस्तान के बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा में सरकार विरोधी प्रदर्शन कोई नई बात नहीं है लेकिन हालिया समय में सिंध प्रांत ने दुनिया का ध्यान खींचा है। सिंध में लगातार पाकिस्तान…
Advt.