भारत कर रहा कनाडा के चुनाव में हस्तक्षेप... अमृतपाल समर्थक खालिस्तानी जगमीत सिंह ने उगला जहर
Updated on
22-03-2023 07:32 PM
ओटावा: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के गठबंधन सहयोगी और खालिस्तान समर्थक जगमीत सिंह ने देश के चुनावी प्रक्रिया में भारत के 'हस्तक्षेप' का आरोप लगाया है। यह वही जगमीत सिंह है जिसने अमृतपाल सिंह का समर्थन किया था और सोशल मीडिया पर दुष्प्रचार किया था। इसके बाद भारत ने इसके ट्विटर अकाउंट को भारत में ब्लॉक करवा दिया। जगमीत सिंह लगातार भारत सरकार पर झूठे आरोप लगा रहा है। अब जगमीत सिंह की पार्टी एनडीपी ने कनाडा के चुनाव में भारत के हस्तक्षेप की जांच करवाने की मांग की है।यही नहीं जगमीत की पार्टी ने संसद में कनाडा के चुनावों में विदेशी हस्तक्षेप की सार्वजनिक जांच कराने के लिए बहस करवाने की कोशिश की। हालांकि उसकी यह कोशिश सफल नहीं रही। उसके प्रस्ताव को रोक दिया गया। जगमीत की पार्टी ने चीन और रूस से भी खतरा बताया है। इससे पहले जगमीत ने कई ट्वीट करके खालिस्तानी भगोड़े अमृतपाल सिंह के खिलाफ कार्रवाई पर 'चिंता' जताई थी। यही नहीं उसने कनाडा के पीएम जस्टिन ट्रूडो से हस्तक्षेप की मांग भी कर डाली थी।
जगमीत सिंह को घर में ही मिला करारा जवाब
इस पर उसे कनाडा की पीपुल्स पार्टी के नेता मैक्सिमे बेरनियर ने करारा जवाब दिया था और कहा था कि जगमीत सिंह ने तब कुछ नहीं बोला था जब पिछले साल जस्टिन ट्रूडो ने जनता के अधिकारों को ताक पर रख दिया था। लेकिन जगमीत को तब ज्यादा चिंता हो जाती है, जब भारत में कुछ होता है। जगमीत के इन्हीं जहरीले बयानों की वजह से उसके ट्विटर अकाउंट को भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। इस बीच खालिस्तान समर्थकों के हिंसक प्रदर्शन के बाद ब्रिटिश कोलंबिया प्रांत में आयोजित होने वाले एक कार्यक्रम को सुरक्षा चिंताओं के कारण रद्द करना पड़ा, जिसमें कनाडा में भारतीय उच्चायुक्त हिस्सा लेने वाले थे।यह कार्यक्रम भारत के उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा की पश्चिमी तट की उनकी पहली यात्रा पर स्वागत के लिए ताज पार्क कन्वेंशन सेंटर सरे में रविवार को आयोजित था। कैनेडियन ग्लोबल टेलीविज़न नेटवर्क के समाचार एवं समसामायिक मामलों के प्रभाग ‘ग्लोबल न्यूज’ ने बताया कि इस कार्यक्रम को सुरक्षा कारणों से अंततः रद्द कर दिया गया। इस कार्यक्रम में उच्चायुक्त वर्मा शामिल होने वाले थे। विरोध प्रदर्शन की रिपोर्टिंग करने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मौजूद भारतीय मूल के पत्रकार समीर कौशल पर भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया। भारतीय पत्रकार ने बताई खालिस्तानियों की करतूत
पत्रकार और एएम600 शेरे पंजाब रेडियो के समाचार निदेशक कौशल ने कहा कि जब वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे, तो उन्होंने एक बड़ा विरोध प्रदर्शन देखा और प्रदर्शनकारी उन्हें कार्यक्रम में शामिल नहीं होने दे रहे थे। कौशल ने ‘ग्लोबल न्यूज’ को बताया कि जब उन्होंने खुद का परिचय एक पत्रकार के रूप में दिया और प्रदर्शनकारियों से पूछा कि क्या वह उनके आयोजकों से उनकी चिंताओं के बारे में बात कर सकते हैं, तो स्थिति खराब हो गई। कौशल ने कहा, ‘उन्होंने पूरी भीड़ को भड़काने की कोशिश की। लगभग 50 से 60 युवाओं ने मुझे घेर लिया, उन्होंने अपने चेहरे कपड़े से ढके हुए थे और वे मुझे धक्का दे रहे थे और मुझे धमका रहे थे और मेरी मातृभाषा में मुझे गाली दे रहे थे।’