महत्वपूर्ण चरण में संबंध
हयाशी ने कहा कि जापान और चीन के संबंध फिलहाल अत्यंत महत्वपूर्ण चरण में हैं। हयाशी ने कहा कि दोनों पक्षों ने “रचनात्मक और स्थिर संबंध” कायम करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमति जताई। इस बीच, चीन के विदेश मंत्रालय की ओर से जारी बयान के अनुसार, छिन ने ताइवान से संबंधित मुद्दों में जापानी हस्तक्षेप को लेकर आगाह किया। चीन ताइवान पर अपना दावा जताता रहा है। छिन ने कहा कि जापान को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए और 'किसी भी तरह से चीन की संप्रभुता कमजोर नहीं होनी चाहिए।'खलनायक की न करें मदद
चीन के विदेश मंत्री छिन कांग ने रविवार को अपने जापानी समकक्ष योशिमासा हयाशी से आग्रह किया कि वह बीजिंग के खिलाफ अमेरिका की ओर से प्रौद्योगिकी के संबंध में लगाए गए प्रतिबंधों का समर्थन करके किसी ‘‘खलनायक’’ की मदद ना करें। हिंद-प्रशांत को लेकर अमेरिकी रणनीति का समर्थन करने के लिए जापान के खिलाफ चीन की आलोचना के बीच दोनों नेताओं ने यह दुर्लभ वार्ता की। कांग ने हयाशी से कहा, ‘अमेरिका ने जापान के सेमीकंडक्टर उद्योग को दबाने के लिए धौंस देने वाली रणनीति का इस्तेमाल किया और अब वह चीन के खिलाफ अपने पुराने हथकंडे दोहरा रहा है।’हांगकांग के अखबार ‘साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट’ के मुताबिक कांग ने कहा, ‘जापान ने वह दर्द सहा है, और उसे किसी खलनायक की बुराई फैलाने में मदद नहीं करनी चाहिए। प्रतिबंध चीन के आत्मनिर्भर बनने के दृढ़ संकल्प को और प्रोत्साहित करेगा।’ दोनों मंत्रियों के बीच वार्ता ऐसे वक्त हुई है जब अमेरिका की ओर से जोर दिए जाने के बाद जापान ने कहा है कि वह जुलाई से सेमीकंडक्टर उपकरण निर्यात को प्रतिबंधित कर देगा।