रिलायंस इंडस्ट्रीज के मुखिया मुकेश अंबानी ने मंगलवार को एक बड़ी डील की है। रिलांयस, अमेरिकी कंपनी सेंसहॉक में 79.4 प्रतिशत हिस्सेदारी को खरीदेगी। यह पूरी डील 32 मिलियन डॉलर में होगी। बता दें, सेनसेहॉक की स्थापना 2018 में हुई थी। कंपनी सोलर इंडस्ट्री के लिए सॉफ्टेवेयर मैनेजमेंट टूल्स बनाती है। बता दें, सेंसेक्स में रिलायंस के शेयर मंगलवार दोपहर को 0.53 प्रतिशत की तेजी के साथ ट्रेड कर थे।
अधिग्रहण के बारे में बोलते हुए, रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के मुखिया मुकेश अंबानी ने कहा, “हम अपने परिवार में सेंसहॉक का स्वागत करते हैं। रिलायंस, ग्रीन एनर्जी के क्षेत्र में क्रांति लाने के लिए प्रतिबद्ध है और 2030 तक 100 GW सौर ऊर्जा बनाने में मदद करने का विजन रखती है। सेंसहॉक के सहयोग से हम सौर परियोजनाओं की लागत कम करेंगे, उत्पादकता बढ़ाएंगे और प्रदर्शन में सुधार करेंगे। मुझे विश्वास है कि आरआईएल के समर्थन से सेंसहॉक का कई गुना विकास होगा।
सेंसहॉक के सीईओ और सह-संस्थापक, स्वरूप मवनूर ने कहा, “हम प्रसन्न हैं कि आरआईएल ने इस निवेश के साथ हम पर भरोसा किया है।“ सेंसहॉक के अध्यक्ष और सह-संस्थापक राहुल सांखे ने सीईओ स्वरूप मवनूर की बात का समर्थन करते हुए कहा कि “यह साझेदारी नए बाजारों के रास्ते खोलेगी। हम सौर ऊर्जा के ईको सिस्टम में सुधार करने के मिशन पर हैं, 2025 तक बाजार का 50% हिस्सा हासिल कर लेंगे।”
सेनसेहॉक सोलर प्रोजेक्ट्स को प्लानिंग से लेकर प्रोडक्शन तक का मदद करती है। सोलर कंपनियों को आटोमेशन के जरिए संचालित करने में सेनसेहॉक की तरफ से मदद किया जाता है। रिलायंस ने एक्सचेंज को दी जानकारी में बताया कि वित्त वर्ष 2022 में कंपनी का टर्नओवर 2,326,369 डॉलर, वित्त वर्ष 2021 में 11,65,926 डॉलर था। साल दर साल कंपनी के टर्नओवर में ग्रोथ देखने को मिली।
क्या है मुकेश अंबानी का प्लान?
रिलांयस इंडस्ट्रीज इस समय प्रमुख तौर पर गैस, ऑयल, पेट्रोकेमिकल्स, टेलीकॉम और रिटेल सेक्टर में कारोबार कर रही है। लेकिन कंपनी 60 प्रतिशत आमदनी ऑयल रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल बिजनेस से हो रहा है। इसी निर्भरता को कम करने के लिए मुकेश अंबानी अलग-अलग सेक्टर में बहुत तेजी के साथ पैसा लगा रहे हैं। जिसमें न्यू एनर्जी को लेकर वो सबसे ज्यादा उत्साहित हैं। मुकेश अंबानी अगले 10 से 15 साल के दौरान 80 अरब डॉलर का निवेश ग्रीन एनर्जी में कर सकते हैं। रिलायंस 4 गिगा फैक्टरिज पर काम कर रहा है। जामनगर में 5000 एकड़ में फैले इस कॉम्पलेक्स में सोलर पैनल, एनर्जी सिस्टम, फ्यूस सेल पर काम हो रहा है। एजीएम में भी पावर इलेक्ट्रानिक्स को लेकर नई गिगा फैक्ट्री का ऐलान किया गया है।