'क्या कश्मीर में वाकई शांति थी या...'
मुनमुन दत्ता यहीं नहीं रुकीं। उन्होंने अपना गुस्सा निकालते हुए आगे लिखा, 'क्या कश्मीर में वाकई शांति थी या फिर यह किसी बड़ी घटना की तैयारी के लिए एक रणनीतिक चुप्पी थी? हम इन आतंकवादियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग करते हैं। इजरायल से कुछ सबक लें और इस जघन्य अपराध के हर अपराधी को खत्म कर दें।'