वॉशिंगटन : प्रमुख भारतीय-अमेरिकी नेता निक्की हेली ने मंगलवार को राष्ट्रपति पद के लिए अपनी कवायद शुरू कर दी। इस तरह वह व्हाइट हाउस के लिए 2024 में अपनी पार्टी की उम्मीदवार बनने के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को चुनौती देने वाली पहली रिपब्लिकन बन गई हैं। हेली (51) दक्षिण कैरोलिना की दो बार की गवर्नर और संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत रह चुकी हैं। अमेरिका में अगले साल राष्ट्रपति चुनाव होंगे जिसकी हलचल देश की राजनीति में अभी से शुरू हो गई है।उन्होंने कहा, 'यह नेतृत्व की एक नई पीढ़ी के लिए राजकोषीय जिम्मेदारी को फिर से खोजने, हमारी सीमा को सुरक्षित करने और हमारे देश, हमारे गौरव तथा हमारे उद्देश्य को मजबूत करने का समय है।' वह खुद को 'भारतीय प्रवासियों की गर्वित बेटी' बताती हैं। हेली दक्षिण कैरोलिना के बामबर्ग में बड़े होने और एक मजबूत एवं गर्वित अमेरिका में अपने विश्वास को आकार देने के बारे में बात करती हैं।
ट्रंप को उम्मीदवारी में देंगी टक्कर
उन्होंने कहा, 'हम ईश्वर और उन मूल्यों के प्रति भय से दूर हो गए जो अभी भी हमारे देश को दुनिया में सबसे स्वतंत्र और महान बनाते हैं। हमें उस दिशा में फिर से मुड़ना चाहिए।' ट्रंप के मुकाबले खुद को एक युवा और नए विकल्प के रूप में ढालते हुए हेली हफ्तों से व्हाइट हाउस के लिए दावेदारी का संकेत दे रही थीं। उनकी औपचारिक घोषणा का मतलब है कि वह अपने पूर्व 76 वर्षीय बॉस ट्रंप के खिलाफ प्रतिस्पर्धा में शामिल होने वाली पहली दावेदार होंगी।
'अमेरिका को नहीं चाहिए 80 साल का राष्ट्रपति'
अगले साल होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में ट्रंप की उम्र 78 साल हो जाएगी और बाइडन तब 82 साल के होंगे। निक्की हेली कह चुकी हैं कि वाइट हाउस में एक 80 साल के राष्ट्रपति की जरूरत नहीं है। कुछ दिनों पहले एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा था कि डेमोक्रेटिक पार्टी के जो बाइडन को राष्ट्रपति के रूप में दूसरा कार्यकाल नहीं दिया जाना चाहिए। वह लंबे समय से उम्मीदवारी की दौड़ में शामिल होने के संकेत दे रही थीं।