इस्लामाबाद: पाकिस्तान की आर्थव्यवस्था अपने सबसे खराब समय को देख रही है। पाकिस्तान को IMF से कर्ज की किश्त का इंतजार है, लेकिन ऐसा कोई भी लोन अभी तक नहीं मिला है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार गुरुवार को 29 करोड़ डॉलर और कम हो गया। अब पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार 5.8 अरब डॉलर बचा है। पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार आठ साल के अपने सबसे निचले स्तर पर है। अपने विदेशी कर्जों को चुकाने के लिए पाकिस्तान को अब और भी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। पाकिस्तान का कर्ज इतना ज्यादा है कि तालिबान भी इसे लेकर मौज ले रहा है।
पाकिस्तान का विदेशी कर्ज आसमान छूता चला जा रहा है, लेकिन वित्त मंत्री इशाक डार जोर देकर कह रहे हैं कि पाकिस्तान डिफॉल्ट नहीं करेगा। जमीन पर मौजूद स्थिति और वित्त मंत्री की बातें एक दूसरे के विपरीत हैं। 2023 के वित्तीय वर्ष की शुरुआत से ही केंद्रीय बैंक का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार गिरता जा रहा है। डॉन की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के ही विश्लेषक और विशेषज्ञों का मानना है कि लगातार गिरती हुई अर्थव्यवस्था के चलते पाकिस्तान डिफॉल्ट करने के करीब है। वह वित्त मंत्री के बयानों पर भरोसा नहीं करते।