इस्लामाबाद: पाकिस्तान आज से फिर अंतराष्ट्रीय मुद्रा कोष के साथ बातचीत शुरू कर रहा है। दोनों के बीच बेलआउट पैकेज को लेकर अंतिम बातचीत 10 फरवरी को हुई थी। इसके बाद पाकिस्तान को चीन से 700 मिलियन डॉलर का कर्ज भी मिल चुका है, लेकिन यह संकट को कम करने के लिए नाकाफी है। ऐसे में दोनों पक्ष आज से वर्चुअली बैठक की शुरुआत कर रहे हैं। पाकिस्तान के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईएमएफ के साथ ये बातचीत में शहबाज शरीफ सरकार अगले चार महीनों के लिए राजस्व और व्यय के आंकड़ों को अंतिम रूप देगी।
घबराई हुई है पाकिस्तान सरकार
इस बैठक के दौरान पाकिस्तान सरकार और आईएमएफ आर्थिक और राजकोषीय नीतियों (एमईएफपी) के एक मसौदा ज्ञापन पर चर्चा और समीक्षा करेंगे। इसे आम तौर पर कर्मचारी-स्तरीय समझौता (एसएलए) कहा जाता है। पाकिस्तान सरकार 1.1 बिलियन डॉलर के बेलआउट पैकेज पाने के लिए आईएमएफ की सभी शर्तों को पूरा करने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है। अधिकारियों ने खुलासा किया है कि इस बैठक से पहले पाकिस्तान सरकार घबराई हुई है क्योंकि वह पैसों के लिए आईएमएफ को समझा नहीं पा रही है।
आईएमएफ को धमकी भी दे रहा पाकिस्तान
पाकिस्तानी मीडिया डॉन की रिपोर्ट में कहा गया है कि फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू (FBR) को अंतर को भरने के लिए अतिरिक्त 170 अरब रुपये का राजस्व इकट्ठा करने का काम सौंपा गया है। इससे पहले एक वरिष्ठ अधिकारी ने धमकाते हुए बताया था कि हम आईएमएफ के सदस्य हैं, भिखारी नहीं हैं। अगर सहायता नहीं कर सकते हैं तो हमारी आईएमएफ की सदस्यता रद्द कर दी जाए।
चीन से मिली मदद तो खुश हुआ पाकिस्तान
इससे पहले 4 मार्च को वित्त मंत्री इशाक डार ने कहा था कि आने वाले दिनों में पाकिस्तान को इंडस्ट्रियल एंड कमर्शियल बैंक ऑफ चाइना लिमिटेड (आईसीबीसी) से 1.3 अरब डॉलर का वित्तीय प्रोत्साहन मिलने वाला है। 3 मार्च को इस्लामाबाद में डार ने पुष्टि की थी कि सभी औपचारिकताएं पूरी हो चुकी हैं और प्रक्रिया के लिए दस्तावेज अब पूरा हो गया है। फंड का इस्तेमाल पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को बढ़ाने में मदद के लिए किया जाएगा क्योंकि देश चुनौतीपूर्ण आर्थिक परिस्थितियों का सामना कर रहा है।पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार कितना है
डार ने यह भी पुष्टि की कि यह संभव है कि 500 मिलियन डॉलर अगले सप्ताह के सोमवार या मंगलवार तक प्राप्त हो सकते हैं, साथ ही अगले 10 दिनों के भीतर 500 मिलियन डॉलर प्रदान किए जाएंगे। डार ने बताया कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान (SBP) के पास विदेशी मुद्रा भंडार में 3.82 बिलियन डॉलर था, जिसे जब वाणिज्यिक बैंकों द्वारा रखी गई राशि में जोड़ा गया, तो कुल मिलाकर लगभग 9.26 बिलियन डॉलर हो गया है। चीन से मिली इस मदद की तारीफ करते हुए इशाक डार ने कहा कि मुझे लगता है कि चीन ने बड़ी दोस्ती का सबूत दिया है।