प्योंगयांग: यूक्रेन के साथ युद्ध में रूस के हथियारों का खजाना लगभग खाली हो चुका है। यूक्रेन नाटो देशों से मिले हथियारों की बदौलत अब रूस के अंदरूनी इलाकों में हमला कर रहा है। वहीं, रूस पारंपरिक हथियारों के जरिए यूक्रेन की राजधानी कीव को लक्ष्य बना रहा है। ऐसे में अपने खाली हथियारों के गोदाम को भरने के लिए रूस ने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन से मदद मांगी है। इसके बदले में रूस ने उत्तर कोरिया को सस्ते में कच्चे तेल की आपूर्ति शुरू की है। रूस और उत्तर कोरिया दोनों के साझा दुश्मन अमेरिका और नाटो है। ऐसे में दोनों देशों ने कोरियाई युद्ध के खत्म होने के अवसर को आपसी मेलजोल बढ़ाने के मौके के तौर पर चुना है।
उत्तर कोरिया पहुंचे रूसी रक्षा मंत्री
वर्तमान में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के करीबी समझे जाने वाले रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू एक उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल के साथ उत्तर कोरिया पहुंचे हैं। इसके अलावा चीन का भी एक भारी भरकम प्रतिनिधिमंडल चीनी कम्युनिस्ट पार्टी की केंद्रीय नीति निर्धारण समिति के वरिष्ठ सदस्य ली होंगजोंग के नेतृत्व में चीन पहुंचा है। कोरोना महामारी खत्म होने के बाद यह पहला मौका है, जब उत्तर कोरिया ने किसी बाहरी व्यक्ति का अपने देश में स्वागत किया है। चीन और रूस के प्रतिनिधिमंडल 27 जुलाई, 1953 को कोरियाई युद्ध को समाप्त करने वाले युद्धविराम को मनाने के लिए उत्तर कोरिया पहुंचे हैं।
रूस और उत्तर कोरिया के एक जैसे हालात
रूस की तरह उत्तर कोरिया भी गंभीर आर्थिक प्रतिबंधों का सामना कर रहा है। ऐसे में किम जोंग उन ने अपने देश के खस्ताहाल खजाने को भरने के लिए नए तरीके खोजे हैं। सोवियत संघ की सहायता से उनके दादा और उत्तर कोरिया के संस्थापक किम इल सुंग ने सत्ता संभाली। इसके बाद से ही रूस और उत्तर कोरिया के संबंध प्रगाढ़ बने रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र ने पिछले महीने कहा था कि रूस ने 2020 के बाद पहली बार उत्तर कोरिया को फिर से तेल आपूर्ति शुरू कर दी है। यह पहले अनाज आपूर्ति फिर से शुरू होने के बाद किया गया है।
रूस को हथियारों की सप्लाई कर रहा उत्तर कोरिया!
ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका और बाकी विश्लेषकों का दावा है कि उत्तर कोरिया के पास हथियारों का विशाल भंडार है। ऐसे में उत्तर कोरिया अपनी अलग-थलग पड़ी अर्थव्यवस्था को पुनर्जीवित करने के लिए रूस की सहायता कर रहा है। दावा किया जा रहा है कि उत्तर कोरिया रूस को हथियारों की सप्लाई कर रहा है और इसके बदले में उसे रूस से तेल और अनाज मिल रहा है। ब्लूमबर्ग ने वियना स्थित ओपन न्यूक्लियर नेटवर्क के क्षेत्रीय मुद्दों के प्रबंधक राचेल मिनयॉन्ग ली, जिन्होंने लगभग दो दशकों तक सीआईए के ओपन सोर्स एंटरप्राइज के विश्लेषक के रूप में काम किया, के हवाले से कहा कि उत्तर कोरिया हमेशा जीवित रहने का रास्ता खोजने में कामयाब रहता है।