मॉस्को: रूस ने अपने टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों को बेलारूस में तैनात करने की घोषणा की है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन के इस ऐलान की नाटो ने आलोचना की है। NATO के एक प्रवक्ता ने कहा कि रूस की यह घोषणा खतरनाक और गैर जिम्मेदाराना है। रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने शनिवार को कहा था कि टैक्टिकल न्यूक्लियर हथियारों को बेलारूस में तैनात करने के लिए एक स्पेशल फैसिलिटी बनाई जा रही है। एक जुलाई तक यह बन कर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि परमाणु हथियार ले जाने में सक्षम इस्कंदर मिसाइल को पहले ही तैनात किया जा चुका है।
नाटो के प्रवक्ता ओना लुंगेस्कु ने एक बयान में कहा, 'हम सतर्क हैं और स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं। हमने रूस के परमाणु रुख में ऐसा कोई बदलाव नहीं देखा है, जिसके कारण हमें एडस्ट करना पड़े।' रूसी राष्ट्रपति की चेतावनी नाटो के लिए समझी जा रही है। पुतिन ने अमेरिका का उदाहरण देते हुए कहा कि उसने अपने यूरोपीय सहयोगियों के क्षेत्रों में परमाणु हथियार तैनात किए हैं। पुतिन के नाटो के परमाणु बंटवारे को लुंगेस्कु ने पूरी तरह भ्रामक बताया।
पोलैंड से लगती है बेलारूस की सीमा
उन्होंने कहा, 'नाटो सहयोगी अपनी अंतर्राष्ट्रीय प्रतिबद्धताओं के पूरे सम्मान के साथ काम करते हैं। रूस ने अपनी हथियार नियंत्रण प्रतिबद्धताओं को लगातार तोड़ा है। रूस को नियमों के अनुपालन पर लौटना चाहिए और नेक नीयत से काम करना चाहिए।' बेलारूस पोलैंड के साथ सीमा साझा करता है। पुतिन ने कहा कि बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको लंबे समय से मांग करते रहे हैं कि टैक्टिकल परमाणु हथियारों को उनके देश में तैनात किया जाए। पूरी दुनिया अब इस बात से चिंतित है कि कहीं बेलारूस से रूस एक नया हमला न कर दे।
पुतिन को हार का डर!
90 के दशक के बाद से बेलारूस में परमाणु हथियार नहीं है। सोवियत यूनियन का हिस्सा रहने के दौरान बेलारूस में परमाणु हथियार तैनात थे। आजादी के बाद यह सभी परमाणु हथियारों को रूस को देने के लिए तैयार हो गया। रूस और यूक्रेन युद्ध की शुरुआत से ही पुतिन परमाणु हथियारों के इस्तेमाल से जुड़ी धमकी देते रहे हैं। हालांकि यूक्रेन ने पुतिन के इस कदम को हार का डर बताया है।