संजय राउत ने विशेष पीएमएलए (धन शोधन निषेध कानून) अदालत में जमानत की अर्जी दी है। ED ने राउत के उस दावे को खारिज कर दिया कि उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक बदले के रूप में की गई है। राउत की जमानत याचिका पर अगली सुनवाई अब बुधवार, 21 सितंबर को होगी। ईडी ने कहा कि आरोपी ने अपने प्रॉक्सी और करीबी सहयोगी प्रवीण राउत (सह-आरोपी) के जरिए अपराध में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
ED ने चार्जशीट में लिखा है कि संजय राउत ने धन के लेन-देन से बचने के लिए पर्दे के पीछे से काम करते रहे। मालूम हो कि ED पात्रा चॉल पुन:विकास परियोजना में कथित वित्तीय अनियमितताओं की जांच कर रही है। पात्रा चॉल 47 एकड़ से ज्यादा भूमि में फैला हुआ है और उसमें 672 किराएदार परिवार रहते थे।