सऊदी अरब ने नवाज शरीफ और शहबाज शरीफ को उमराह के बहाने बुलाया, क्या साफ होगा लोन का रास्ता?
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03-04-2023 05:38 PM
इस्लामाबाद: बर्बाद हो रही पाकिस्तानी अर्थव्यवस्था को संभालने के लिए हमेशा सऊदी अरब आगे आता रहा है। सऊदी अरब के किंग सलमान बिन अब्दुलअजीज अल सऊद ने पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सुप्रीमो नवाज शरीफ और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ को उमराह के लिए आमंत्रित किया है। इस घटनाक्रम से जुड़े सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ 11 अप्रैल को अपनी बेटी मरियम नवाज और परिवार के अन्य सदस्यों के साथ सऊदी अरब के लिए स्पेशल विमान से प्रस्थान करेंगे।नवाज शरीफ सऊदी अरब में शाही मेहमान होंगे। सूत्रों ने कहा कि वह रमजान के पवित्र महीने के आखिरी 10 दिन मदीना और मक्का में बिताएंगे। हालांकि अभी उनके कार्यक्रम की अंतिम घोषणा नहीं की गई है। इस दौरान पाकिस्तान के कई अन्य मंत्रियों और सांसदों ने भी उमराह की योजना बनाई है। पाकिस्तानी पीएम और नवाज शरीफ की इस यात्रा से माना जा रहा कि शायद सऊदी अरब उन्हें लोन देने के लिए मान गया है।लोन देने से किया था मना
आर्थिक संकट से गुजर रहे पाकिस्तान को हाल ही में सऊदी अरब से झटका लगा था। सऊदी ने पाकिस्तान को आसान वित्तीय बेलआउट या ब्याज मुक्त कर्ज नहीं देने का फैसला किया था। सऊदी का कहना था कि पाकिस्तान को अपनी ऊर्जा IMF के साथ पैकेज से जुड़ा समझौता करने में इस्तेमाल करनी चाहिए। IMF के साथ समझौते के बाद ही किंगडम किसी तरह के लोन पर विचार करेगा। सऊदी के इस फैसले ने पाकिस्तान की सरकार की उम्मीदों पर पानी फेर दिया था।
लगातार गिर रहा विदेशी मुद्रा भंडार
पाकिस्तान का विदेशी मुद्रा भंडार लगातार कम होता जा रहा है। पाकिस्तान के पास सिर्फ 3 अरब डॉलर का विदेशी मुद्रा भंडार बचा है। लेकिन देश को 80 अरब डॉलर का कर्ज वापस लौटाना है। पाकिस्तान को जब-जब जरूरत हुई है, तब-तब सऊदी अरब मदद के लिए आगे आता रहा है। कई मौकों पर सऊदी अरब ने पाकिस्तान को लोन दिया है। जरूरत पड़ने पर सऊदी ने कई बार मुफ्त तेल भी पाकिस्तान को दिया है। हालांकि जिन कर्जों को पाकिस्तान ने लिया है, उसे लौटाने में वह सक्षम नहीं है, जिसके कारण सऊदी अरब नाराज माना जा रहा है।