भारतीय पासपोर्ट की ताकत में सबसे बड़ी गिरावट, जानें पासपोर्ट इंडेक्स ने कौन सी रैंकिंग दी?
Updated on
31-03-2023 06:20 PM
वॉशिंगटन: पासपोर्ट इंडेक्स ने आज अपनी नई रैंकिंग जारी की है। इसमें बताया गया है कि भारतीय पासपोर्च का मोबिलिटी स्कोर पिछले साल के मुकाबले काफी गिर गया है। इस इंडेक्स में भारतीय पासपोर्ट को दुनिया में 144वें स्थान पर रखा गया है। 2019 में भी भारतीय पासपोर्ट का इंडेक्स गिरकर 71 पर पहुंचा था, लेकिन 2022 में यह बढकर 73 हो गया था। अब मार्च 2023 में भारतीय पासपोर्ट को 70 नंबर दिए गए हैं। इस गिरावट के पीछे कोरोना वायरस महामारी को बड़ा कारण बताया जा रहा है। भारत की रैंकिंग में इस साल छह अंकों की गिरावट देखी गई है।144वें स्थान पर पहुंचा भारतीय पासपोर्ट
2022 में भारतीय पासपोर्ट की रैंकिंग 138 थी जो 2023 में 144वें स्थान पर चली गई है। यह रैंकिंग पासपोर्ट इंडेक्स के नए फीचर टाइमशिफ्ट के जरिए निकाली गई है। इस फैसिलिटी को हाल में ही यूजर्स की भारी मांग के बाद जोड़ा गया था। इसका मकसद एक साल में कई पासपोर्ट की ताकत को बताना है। नतीजन भारत का पासपोर्ट महामारी से पहले की रैंकिंग को खोता हुआ काफी नीचे गिर गया।पासपोर्ट इंडेक्स में इन देशों को नुकसान
पासपोर्ट इंडेक्स ने वियतनाम, इंडोनेशिया, चीन और थाईलैंड सहित कई बड़ी एशियाई अर्थव्यवस्था में गिरावट को दर्ज किया है। यह गिरावट इस बात का संकेत है कि ये देश पिछले साल वैश्विक आर्थिक बढ़ोत्तरी का फायदा उठाने में विफल रहे हैं। भारत की सबसे तेज गिरावट को यूरोपीय संघ की नीति से जोड़ा गया है। इसमें 2023 में सर्बिया जैसे देशों में भारतीय नागरिकों के लिए वीजा के लिए कड़े नियमों को लागू करने का हवाला दिया गया है।
एशिया में दक्षिण कोरिया का पासपोर्ट सबसे ताकतवर
2023 के पासपोर्ट इंडेक्स में चीन की रैंकिंग 118 है। वह यूरोपीय संघ या भारत औरर जापान जैसे क्षेत्रीय प्रतिस्पर्धी देशों के साथ मुक्त वीजा समझौता करने में फेल रहा है। अमेरिका और जमर्नी जैसे अन्य देशों की तुलना में चीन काफी कमजोर हुआ है। एशियाई देश दक्षिण कोरिया और जापान के पासपोर्ट मजबूत हुए हैं। दक्षिण कोरियाई पासपोर्ट 174 के मोबिलिटी स्कोर के साथ 12वें स्थान पर है। यह एशिया में सर्वोच्च है। वहीं, 172 मोबिलिटी स्कोर के साथ जापान 26वें स्थान पर है।