इस्लामाबाद : पाकिस्तान का आटा संकट और कमर तोड़ महंगाई अब सरकार विरोधी प्रदर्शनों का रूप लेने लगा है। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और अवैध कब्जे वाले गिलगित-बाल्टिस्तान में स्थानीय लोगों में शहबाज सरकार के खिलाफ गुस्सा बढ़ रहा है। लगभग हर इलाके में लोगों ने सोमवार को सरकार के खिलाफ अपनी नाराजगी जताने के लिए हाईवे जाम किए और टायर जलाए। सोशल मीडिया पर शेयर एक वीडियो में बड़े पैमाने पर लोग बर्फबारी के बीच हाथों में तख्तियां लेकर आटे की सप्लाई के लिए सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं।न्यूज एजेंसी एएनआई की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने कहा कि वे सरकार की विफल नीतियों के कारण अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पा रहे हैं क्योंकि गेहूं के दाम काफी बढ़ गए हैं। गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्तान में आटे की कीमतों में अचानक इजाफा हुआ है। इस बीच शहबाज सरकार ने पीओके में लोगों को सब्सिडी वाला गेहूं मुहैया कराने वाले सरकारी डिपो पर ताला लगा दिया है। पीओके एक्टिविस्ट अमजद अयूब मिर्जा ने कहा कि लोग सड़कों पर हैं क्योंकि उनके पास खाना नहीं है, आटा नहीं है। एक दिन में 1200 रुपए महंगा हुआ आटा
उन्होंने कहा कि एक दिन में पीओके में गेहूं के दाम 1200 रुपए बढ़ा दिए गए हैं। लोग परेशान हो चुके हैं। आटे के सरकारी केंद्रों पर ताले लटक रहे हैं। वहां आटा नहीं है। पीओके के लगभग हर शहर में विरोध हो रहा है। छात्रों से लेकर वकील, सामाजिक कार्यकर्ता और महिलाएं भी इसमें हिस्सा ले रही हैं। यूं तो पूरे पाकिस्तान में हालात बेहद गंभीर हैं लेकिन पीओके और गिलगित-बाल्टिस्तान के लिए ये और भी चिंताजनक हैं। यहां के लोगों के साथ पाकिस्तान सरकार पहले से भेदभाव करती आई है।
सरकार के खिलाफ हिंसा की धमकी
प्रोफेसर सज्जाद राजा ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया। वीडियो में भारी बर्फबारी और कड़ाके की सर्दी में लोग विरोध प्रदर्शन करते नजर आ रहे हैं। वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, 'पीओके की नीलम घाटी में कड़ाके की ठंड में लोग आटे की सप्लाई की मांग कर रहे हैं। पाकिस्तान ने पीओके के लिए सभी खाद्य पदार्थों पर से सब्सिडी हटा ली है और लोग आटा नहीं खरीद पा रहे हैं। प्रदर्शनकारियों ने मांगें न पूरी होने पर पाकिस्तानी हुकूमत के खिलाफ हिंसक कदम उठाने की चेतावनी दी है।'