राजधानी सहित राज्य के कई शहरों में चीनी ठगों का नेटवर्क फूटा है। चीन के ठगों ने क्रिप्टो करेंसी का फर्जी एप तैयार किया और दिल्ली के लिंक के जरिये छत्तीसगढ़ में ठगी की। लोगों को केवल 6 महीने में दाेगुनी रकम देने का झांसा दिया। कारोबारियों और ग्रामीण इलाकों के लोगों को झांसा देने राजधानी के बड़े होटलों में वर्कशॉप के नाम पर पार्टी आयोजित की। वहां फर्जी प्लानिंग बताई कि कैसे क्रिप्टो करेंसी एप से छह माह में रकम डबल होगी, फिर उनसे निवेश करवाया।
आमानाका के कारोबारी के 15 लाख डूबने पर जब उन्होंने रिपोर्ट दर्ज कराई तब फर्जीवाड़ा सामने आया। पुलिस ने गोपनीय तरीके से जांच की और रायपुर-दिल्ली में छापेमारी कर 3 जालसाजों को पकड़ा। पुलिस को शक है कि इस एप के जरिये कई लोगों से करोड़ों की ठगी की जा चुकी है। इसमें पैसे निवेश करने वाले लोगों को पता ही नहीं है कि उन्होंने फर्जी एप में पैसे इन्वेस्ट कर दिया है।
प्रोजेक्टर पर दिखाया था प्रेजेंटेशन
पुलिस
ने बताया कि ठगों ने शहर के अलग-अलग होटल में वर्कशॉप किया था। उसमें
प्रोजेक्टर पर प्रेजेंटेशन दिखाया गया। क्रिप्टो में निवेश पर कैसे घर बैठा
पैसा कमा सकते हैं। ठगों ने झांसा दिया कि इसमें पैसा निवेश करने पर
डूबेगा नहीं, क्योंकि एप के माध्यम से पैसा उनके पास ही रहेगा। कभी भी उसे
निकाल सकते हैं। मार्केट दर पर ही पैसा मिलेगा।
दिल्ली से आए थे चीनी ठग गिरोह के सदस्य
पुलिस
को अभी तक जो जानकारी मिली है, उसके अनुसार हीरापुर के लोहा कारोबारी सौरभ
सिंघल के पैसे चीन के बैंक में जमा हुए हैं। पैसों के ट्रांजेक्शन का पूरा
सिस्टम खंगाला जा रहा है। तहकीकात में ये भी पता चला है कि चीनी जालसाजों
ने अपना नेटवर्क फैलाने के लिए दिल्ली के ठगों को अपने साथ मिलाया। उनके
जरिये यहां क्रिप्टो करेंसी के फर्जी एप का प्रचार प्रसार करवाया। शुरुआती
दिनों में जब किसी ने उनसे संपर्क किया तो उन्हें बताया गया कि उनकी कंपनी
चेन सिस्टम से काम करती है।
अगर उन्होंने अपने अलावा दो और निवेशक उनके पास लाए तो उन्हें मोटा कमीशन दिया जाएगा। एक ओर दोगुनी रकम और फिर अलग से कमीशन मिलने की बात सुनकर कई लोग लालच में आ गए और उन्होंने अपने परिचितों से पैसे निवेश करवाया। अभी केवल आमानाका के लोहा कारोबारी ही सामने आए हैं। पुलिस ने अभी जिन तीन लोगों को आरोपी बनाया है, उनके पैसे भी डूबे हैं, चूंकि उन्होंने लोहा कारोबारी से निवेश करवाया था, इस वजह से उन्हें आरोपी बना दिया गया है।
चीन में बैठे ठगों के पास पहुंचा पैसा
पुलिस
अफसरों बताया कि गिरोह चेन मार्केटिंग पर काम करता है। इसमें लोगों को
झांसा दिया गया था कि उन्हें दोगुना पैसा मिलेगा। दो व्यक्ति लाने पर हर
माह कमीशन दिया जाएगा। इसलिए लोग इसमें जुड़ते है। ज्यादातर ग्रामीण क्षेत्र
के लोगों ने इसमें निवेश किया है, लेकिन इसमें किसी को पैसा नहीं मिल पाया
है, क्योंकि जिस एप में पैसा जमा किया गया वह चीन का है। पैसा चीन में
बैठे ठगों के पास गया है। हालांकि कुछ पैसा बसना के चेतन साहू और फाफाडीह
के प्रेमलाल के खाते में जमा हुआ है। दोनों का खाता फ्रीज किया गया है।