वन मंत्री डॉ. कुवर विजय शाह और आयुष राज्य मंत्री (स्वंतत्र प्रभार) श्री रामकिशोर कावरे शनिवार को "मानव स्वास्थ्य सुरक्षा में औषधीय पौधों का उपयोग" विषय पर संगोष्ठी का शुभारंभ करेंगे। प्रशासन अकादमी में होने वाली इस दो दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी में विभिन्न राज्यों के प्रख्यात वैज्ञानिक, आयुर्वेद चिकित्सक, शौधकर्ता और विषय-विशेषज्ञ विचार-विमर्श कर नये दृष्टिकोण साझा करेंगे। देश के तकरीबन 100 लोंगो द्वारा अनुसंधान पेपर प्रस्तुत किए गए हैं, जिनका प्रकाशन सोविनियर के रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
आयुर्वेद चिकित्सा केन्द्र के रूप में तेजी से उभरता म.प्र.
मध्यप्रदेश आयुर्वेद चिकित्सा केन्द्र के रूप में तेजी से उभर रहा है। यहँ औषधीय पौधों की बहुतायत है और जैव विविधता से समृद्ध है। जनजातीय बहुल क्षेत्रों में यह औषधीय महत्व की वनस्पति का पारम्परिक ज्ञान रखने वाली जनजातियाँ निवास करती हैं। आयुर्वेद के क्षेत्र में अनुसंधान एवं आयुर्वेद दवाओं के निर्माण और प्र-संस्करण के लिए भी मध्यप्रदेश ने विशिष्ट स्थान बनाया है।
राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन आयुर्वेद शिरोमणी आचार्य श्री बालकृष्ण पंतजलि योग पीठ हरिद्वार के मुख्य अतिथि में होगा।