इस्लामाबाद: पाकिस्तान में कंगाली से बुरा हाल है। स्थिति इतनी खराब है कि फैक्ट्रियां बंद हो रही हैं, लेकिन पाकिस्तान के रईसों के शौक खत्म नहीं हो रहे। स्पुतनिक की रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के रईस विदेशी जानवरों को पाल कर अपने पैसे का 'भौकाल' दिखा रहे हैं। पाकिस्तान के अमीर शेरों, अजगर, राजहंसों को आयात करते हैं। पशु अधिकार कार्यकर्ता पाकिस्तान के ढीले कानूनों का लगातार विरोध करते रहे हैं। लेकिन रईसों का ये शौक अगर सिर्फ उन्हीं तक सीमित रहे तो शायद ही किसी को कोई फर्क पड़े। उनका खतरनाक जानवरों को पालना आम पाकिस्तानी अवाम के लिए कई बार मुसीबत बन चुका है।
गुरुवार को इस्लामाबाद के रिहायशी इलाके में एक पालतू तेंदुआ फरार हो गया। सोशल मीडिया पर इस घटना का सीसीटीवी फुटेज भी वायरल हुआ, जिसमें देखा गया कि वह दीवार फांद रहा है। इस खतरनाक जानवर ने कई लोगों पर हमला भी किया। इसे देख कर भगदड़ मच गई। इस्लामाबाद वन्यजीव प्रबंधन बोर्ड और राजधानी विकास प्राधिकरण को इसे वापस पकड़ने में छह घंटे लगे। इसे बेहोश करके पकड़ा जा सका। तेंदुए ने तीन लोगों को घायल कर दिया। हालांकि किसी की भी मौत नहीं हुई है।
कराची में 300 शेर
सोशल मीडिया पर एक वीडिया और है, जिसमें दिख रहा है कि एक लक्जरी एसयूवी की अगली सीट पर शेर बैठे हैं। वहीं, एक डाला के पिछले हिस्से में भी एक शेर है। विदेशी जानवरों के रूप में शोरों को पालना एक शक्ति का प्रतीक है। दक्षिण अफ्रीक जैसे देशों से इन्हें आयात किया जाता है। पूरे पाकिस्तान में अमीर लोग इन्हें पालते हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक पाकिस्तान के कराची शहर में लगभग 300 शेर हैं। इनके अलावा पाकिस्तान में लोग जिराफ भी पाले हुए हैं।