कीव: रूस के खिलाफ वैगनर समूह के विद्रोह ने यूक्रेन युद्ध पर गहरा असर डाला है। इस विद्रोह के बाद रूस ने वैगनर समूह को यूक्रेन युद्ध से हटा दिया है। इस बीच यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने वैगनर समूह के विद्रोह की असली वजह बताई है। उन्होंने कीव में स्पेनिश प्रधानमंत्री पेड्रो सांचेज के साथ एक प्रेस कांफ्रेंस में दावा किया कि यूक्रेन में लड़ते हुए कम से कम 21,000 वैगनर समूह के भाड़े के लड़ाके मारे गए हैं। जेलेंस्की ने कहा कि रूस की इस निजी सैन्य कंपनी को यूक्रेन में भारी नुकसान हुआ है, खासकर पूर्वी यूक्रेन में जहां उसका सबसे शक्तिशाली समूह लड़ रहा था। ऐसे में कहा जा रहा है कि यूक्रेन युद्ध में अपने लड़ाकों की मौत और रूस से हथियार मिलने में हो रही देरी के कारण वैगनर नेता येवरेनी प्रिगोझिन ने राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ बगावत की।यूक्रेन का 21000 वैगनर लड़ाकों को मारने का दावा
ज़ेलेंस्की ने शनिवार को कीव में कहा कि हमारे सैनिकों ने अकेले पूर्वी यूक्रेन में 21000 वैगनर लड़ाकों को मार डाला। उन्होंने कहा कि अन्य 80000 वैगनर लड़ाके घायल हो गए। हालांकि, कुल वैगनर लड़ाकों की संख्या अनुमानित तौर पर 25000 आंकी जाती है। जेलेंस्की ने यह भी कहा कि यह वैगनर पीएमसी के लिए भारी नुकसान है। उन्होंने वैगनर लड़ाकों को दोषियों के रूप में देखा, जिनके पास मरने के अलावा कुछ नहीं था। जेलेंस्की का यह दावा है कि यूक्रेन में अपने नुकसान से बौखलाए वैगनर समूह ने युद्ध से भागने में ही अपनी भलाई समझी, क्योंकि रूस उसे हार के लिए बलि का बकरा बनाने की तैयारी कर रहा था।
वैगनर के विद्रोह के बाद जेलेंस्की ने किया दावा
वैगनर के नुकसान के बारे में जेलेंस्की ने दावा तब किया है, जब कुछ दिनों पहले इस निजी सैन्य कंपनी के बॉस येवगेनी प्रिगोझिन ने रूस के खिलाफ असफल विद्रोह किया था। इस दौरान वैगनर लड़ाकों ने दो रूसी शहरों में सभी सैन्य ठिकानों पर कब्जा करते हुए मॉस्को की ओर कूच किया था। तब प्रिगोझिन ने इसे वैगनर ट्रेनिंग कैंप पर हुए मिसाइल हमले की प्रतिक्रिया बताया था। हालांकि, बाद में बेलारूसी राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको की मध्यस्थता के बाद प्रिगोझिन ने मॉस्को की ओर अपना मार्च वापस ले लिया और वैगनर लड़ाकों को लेकर बेलारूस चले गए।जेलेंस्की बोले- हम युद्ध जीत रहे हैं
शनिवार को अपने भाषण में, जेलेंस्की ने कहा कि प्रिगोझिन के विद्रोह ने युद्ध के मैदान पर रूसी शक्ति को बहुत प्रभावित किया है। उन्होंने दावा किया कि यह यूक्रेन के जवाबी हमले के लिए फायदेमंद हो सकता है। जेलेंस्की ने कहा कि हमें दुश्मन को अपनी जमीन से खदेड़ने के लिए इस स्थिति का फायदा उठाने की जरूरत है। वे युद्ध हार रहे हैं। यूक्रेन में युद्ध के मैदान पर उनकी कोई और जीत नहीं है, और इसलिए वे दोष देने के लिए किसी को ढूंढना शुरू कर रहे हैं। हालांकि, उन्होंने कहा कि जवाबी कार्रवाई में जल्दबाजी नहीं की जाएगी क्योंकि वह मानव जीवन को महत्व देते हैं और जहां उन्होंने सेना भेजी है वहां रणनीतिक होने की जरूरत है।