इस्लामाबाद: पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पीटीआई अध्यक्ष इमरान खान ने आतंकवाद के तीन मामलों में अंतरिम जमानत मिलने के बाद लाहौर में शक्ति प्रदर्शन किया। उन्होंने कहा कि पीटीआई पर किए गए अत्याचारों का जवाब अवाम देगी। पीटीआई की मीनरा-ए-पाकिस्तान रैली में अपने समर्थकों से किसी भी परिस्थिति में पीछे नहीं हटने की अपील की। पाकिस्तान सरकार ने इस रैली को रुकवाने की हर संभव कोशिश की थी। रैली के रास्ते में कंटेनर खड़े कर दिए गए थे। इसके बावजूद लाखों की भीड़ इमरान खान को सुनने के लिए पहुंची।इमरान खान ने शहबाज सरकार पर साधा निशाना
रैली में इमरान खान ने शहबाज शरीफ सरकार पर हमला करते हुए कहा कि उनकी पार्टी को निशाना बनाया जा रहा है। पार्टी कार्यकर्ताओं के खिलाफ झूठे मुकदमें दर्ज किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सत्ता मिलने का यह मतलब यह नहीं है कि इमरान खान के हाथ बांध दो। मेरे खिलाफ सैकड़ों मामले दर्ज किए गए हैं। जिसमें आतंकवाद के 40 मामले में शामिल हैं। ऐसे में अब केस की कुल संख्या 150 पहुंच चुकी है।कंटेनर से जाम की गई थी रैली वाली सड़क
उन्होंने रैली स्थल पर अपनी पार्टी के समर्थकों के आने की तारीफ करते हुए कहा कि तमाम तरह की बाधाओं के बावजूद बड़ी संख्या में लोग मीनार-ए-पाकिस्तान में आए। इमरान ने कहा कि सत्ता में रहने वालों को पता होना चाहिए कि कंटेनर उन लोगों को नहीं रोक सकते हैं जो सच्ची आजादी चाहते हैं। उन्होंने दावा किया कि रैली को फेल करने के लिए सुरक्षा का डर फैलाया गया। इमरान खान ने कहा कि उनकी सरकार को एक साजिश के तहत गिराया गया और साजिश के तहर हमारे देश पर अपराधियों को थोपा गया।अवाम को सच्ची आजादी की सीख दी
उन्होंने रैली में पहुंची अवाम से कहा कि सच्ची आजादी सिर्फ न्याय से प्राप्त की जा सकती है। उन्होंने जोर देकर कहा कि पाकिस्तान को सच्ची आजादी तब होगी जब उसके पास सर्वोच्चता और कानून का शासन होगा। उन्होंने कहा कि हमें वह आजादी नहीं मिली जो हमें कानून के शासन से मिलनी चाहिए थी। यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि हमारे लोकतंत्रवादियों ने भी देश में कानून को हावी नहीं होने दिया।
बुलेटप्रूफ कंटेनर के अंदर से दिया भाषण
मीनार-ए-पाकिस्तान रैली के पहले पंजाब की अंतरिम सरकार ने खतरे की चेतावनी जारी की थी। सरकार ने कहा था कि आतंकवादी इस रैली पर हमला कर सकते हैं। ऐसे में इमरान खान ने अपनी रैली बुलेटप्रूफ कंटेनर के पीछे खड़े होकर दी। अलर्ट में कहा गया था कि आत्मघाती हमले करने के लिए आतंकवादी लाहौर पहुंच गए हैं। या तो वे राजनीतिक रैलियों को निशाना बनाएंगे या उन कार्यक्रमों की सुरक्षा में तैनात जवानों पर हमले करेंगे।