एक रिपोर्ट के मुताबिक वोडाफोन आइडिया (Vodafone idea) पर इंडस टावर्स का करीब 7,000 करोड़ रुपये बकाया है। लंबे समय से वोडा आइडिया इस बकाया को चुकाने से हिचक रही है। अब इंडस टावर्स ने अंतिम चेतावनी देते हुए अक्टूबर तक पूरा भुगतान करने को कहा है। ऐसा नहीं होने पर कंपनी ने नवंबर से टावर सेवाएं बंद करने की धमकी दी है।
Vodafone Idea Jio और Airtel के बाद देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी है। दरअसल, यह तीन कंपनियों में पहले नंबर पर है। यह कंपनी गहरे कर्ज में है। कंपनी पर जून के अंत में 1.98 लाख करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज था। इसमें से 1.16 लाख करोड़ रुपये का आस्थगित भुगतान बकाया है, जबकि बैंकों और वित्तीय संस्थानों का 15,200 करोड़ रुपये का कर्ज है। कंपनी पर फिनिश कंपनी नोकिया का 3,000 करोड़ रुपये और स्वीडिश कंपनी एरिक्सन का 1,000 करोड़ रुपये बकाया है।
वोडाफोन आइडिया पर इंडस टावर्स ही नहीं 7,000 करोड़ रुपये बकाया है। बल्कि एक अन्य टावर सर्विस प्रोवाइडर अमेरिकन टावर कंपनी (ATC) पर भी 2,000 करोड़ रुपये बकाया है। इंडस टावर्स की बोर्ड मीटिंग इसी हफ्ते सोमवार को हुई थी। इसमें कंपनी की वित्तीय स्थिति पर चर्चा की गई। इसके बाद इंडस टावर्स ने वोडाफोन आइडिया को 7 हजार करोड़ रुपये के बकाया भुगतान के लिए पत्र लिखा है।