सितंबर तिमाही में 150 करोड़ रुपये के करीब रह सकता है घाटा
एनालिस्ट्स का कहना है कि फूड डिलीवरी बिजनेस मार्जिन के हायर कंट्रीब्यूशन
और बेहतर रेवेन्यू मिक्स के कारण इबिट्डा लॉस में कमी आनी चाहिए। कोटक
इंस्टीट्यूशनल इक्विटीज का मानना है कि सितंबर 2022 तिमाही में जोमैटो का
घाटा 149.20 करोड़ रुपये रह सकता है, जो कि जून 2022 तिमाही में 185.70
करोड़ रुपये और एक साल पहले की समान अवधि में 435.10 करोड़ रुपये था।
ब्रोकरेज हाउस का मानना है कि जोमैटो की सेल्स 48.2 पर्सेंट बढ़कर 1517.90
करोड़ रुपये रह सकती है, जो कि एक साल पहले की समान अवधि में 1024.20 करोड़
रुपये थी। यह बात बिजनेस टुडे की एक रिपोर्ट में कही गई है।