अमेरिकी सेना में भर्ती होने वाले युवाओं की संख्या लगातार कम हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में सेना में 45 हजार युवा भर्ती हुए, जबकि सरकार का लक्ष्य 60 हजार युवाओं को भर्ती करने का था। भर्तियों की संख्या के हिसाब से ये 1973 के बाद सबसे बेकार साल रहा। सेना सचिव क्रिस्टीन वॉर्मुथ ने कहा है कि जवानों की कमी से सेना को अपनी कुछ यूनिट बंद करनी पड़ सकती है। साथ ही नेशनल गार्ड और रिजर्व सेना को सामान्य ड्यूटी पर जाना पड़ सकता है।
कम होती भर्तियों के पीछे कोरोना महामारी को बड़ा कारण माना जा रहा है। सुरक्षा बलों की विशेषज्ञ कैथरीन कुजमिन्सकी कहती हैं कि जिन युवाओं ने स्कूली शिक्षा ऑनलाइन पूरी की और दोस्तों के साथ कम समय गुजारा, वे फौज में भर्ती होने या कॉलेज जाने का फैसला लेने में देरी कर रहे हैं। इस साल सेना में भर्ती योग्य युवाओं का प्रतिशत 29 से कम होकर 23% हो गया। इन योग्य युवाओं में से मात्र 9% ही सेना में जाना चाहते हैं। सेना की अनिवार्य कोविड टीकाकरण नीति से भी भर्तियों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा है।
युवाओं को भर्ती करने के लिए सेना को निजी कंपनियों से टक्कर मिल रही है। निजी कंपनियां ज्यादा वेतन और बोनस देकर युवाओं को लुभा रही हैं। इसके जवाब में सेना भर्ती हुए युवाओं को पसंदीदा जगह पोस्टिंग दे रही है। युवा 45 दिन में बाहर पोस्टिंग पर जा सकते हैं। उन्हें बोनस में 35 हजार डॉलर दिए जा रहे हैं। टैटूू नीति में बदलाव से टैटू बनवा चुके युवा सेना में शामिल हो सकते हैं।
कड़े नियमों के कारण अयोग्य हो जाते हैं बहुत से युवा
अमेरिकी
सेना में भर्ती के नियम कड़े हैं। युवा शारीरिक रूप से फिट होने चाहिए।
गणित, विज्ञान और भाषा परीक्षा पास की होनी चाहिए। ड्रग या एल्कोहल की लत
नहीं होनी चाहिए और कोई अपराध नहीं किया होना चाहिए।