श्री अमृत भार्गव ने बताया कि यह सफर इतना आसान नहीं था रास्ते में कई रूकावटों का सामना भी करना पड़ा कई बार खाने पीने के साथ साथ आवागमन में भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा मैंने हिम्मत न हारकर अपने हौसले एवं घर परिवार के आशीर्वाद एवं अपने दृढ़निश्चय से यात्रा को पूरा किया। इसके पूर्व में भी अमृत भार्गव ने सायकिल से ही बारह ज्योर्तिलिंग (श्रीसोमनाथ गुजरात, श्रीमल्लिकार्जुन आंध्रप्रदेश, श्रीमहाकालेश्वर मध्यप्रदेश, ओमकारेश्वर मध्यप्रदेश, केदारनाथ उत्तराखंड, भीमाशंकर महाराष्ट्र, विश्वनाथ उत्तरप्रदेश, त्र्यम्बकेश्वर महाराष्ट्र, बैद्यनाथ झारखंड, नागेश्वर गुजरात, रामेश्वरम् तमिलनाडु, घृणेश्वर ज्योतिलिंग महाराष्ट्र), माँ वैष्णव देवी, तिरूपति बालाजी, मधुरा वृंदावन गोकुल, मुम्बई सिद्धिविनायक, द्वारकापुरी, सांई बाबा शिरडी, माँ दन्तेश्वरी दंतेवाड़ा सहित अन्य धार्मिक स्थानों का सायकिल से भ्रमण किया।