इस्लामाबाद : पाकिस्तानी मीडिया दावा कर रहा है कि भारत की अंजू ने अपने फेसबुक फ्रेंड नसरुल्लाह से निकाह कर लिया है और इस्लाम कबूल कर फातिमा बन गई है। अंजू अपने दोस्त से मिलने खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के अपर दीर जिले पहुंची थी। अफगानिस्तान बॉर्डर से कुछ ही दूरी पर बसा यह जिला जितना खूबसूरत है, उतना ही खतरनाक भी है। एक ओर यहां मनमोहक पहाड़ियां हैं तो वहीं दूसरी ओर आतंकवादी संगठन टीटीपी यहां काफी सक्रिय है। दो बच्चों की मां 35 साल की अंजू पिछले हफ्ते अपने दोस्त नसरुल्लाह से मिलने के लिए राजस्थान से पाकिस्तान आई थी।
पाकिस्तानी अखबार डॉन की रिपोर्ट के अनुसार अंजू ने पहले इस्लाम कबूल किया और अपना नाम बदलकर फातिमा रख लिया। इसके बाद वह और नसरुल्लाह जिला अदालत पहुंचे जहां गवाहों की मौजूदगी में दोनों ने निकाह कर लिया। पाकिस्तानी पुलिस ने भी इसकी पुष्टि की है। निकाहनामे की एक कॉपी भी सामने आई है। वहीं नसरुल्लाह ने इन सभी दावों का खंडन किया है। रिपोर्ट के अनुसार, स्थानीय लोगों ने बताया कि दोनों को कड़ी सुरक्षा में अदालत लाया गया और निकाह के बाद तुरंत वे वहां से निकल गए। उन्हें मीडिया से बातचीत करने की अनुमति नहीं दी गई थी।
अंजू ने लोवारी टॉप में कराया फोटोशूट
खबरों की मानें तो अदालत से निकलकर वे दोनों लोवारी टॉप एरिया गए जहां उन्होंने एक रोमांटिक वीडिया शूट करवाया। अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से शेयर हो रहा है। एक वीडियो में अंजू इलाके की खूबसूरती की तारीफ करती हुई नजर आ रही है। अपर दीर जिले का लोवारी टॉप एरिया बेहद खूबसूरत इलाका है जैसा कि अंजू और नसरुल्लाह के वीडियो में नजर आ रहा है। पाकिस्तान में कुछ लोग इसे 'धरती का स्वर्ग' भी कहते हैं। लेकिन यह जगह दिखने में जितनी खूबसूरत है, उतनी ही खतरनाक भी है।
टीटीपी का गढ़ है खैबर पख्तूनख्वा
पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत को तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) का गढ़ माना जाता है जो देश में शरिया कानून लागू करना चाहता है। इस प्रांत की सीमा अफगानिस्तान से मिलती है इसलिए यह बॉर्डर पार से आने वाले आतंकियों के खतरे का भी सामना करता है। अपर दीर से करीब 166 किमी दूर स्वात घाटी में आए दिन टीटीपी आतंकी हमले करते रहते हैं। अफगानिस्तान में तालिबान की सत्ता आने के बाद से न सिर्फ खैबर पख्तूनख्वा बल्कि पूरे पाकिस्तान में आतंकी हमले तेजी से बढ़े हैं।