मुंगेर में शुक्रवार को ASI संतोष कुमार की लोहे की रॉड से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। शराब पीकर हंगामे की सूचना पर वे अपनी टीम के साथ ITC नंदलालपुर गांव गए थे।
उनके सिर पर लोहे की रॉड से कई बार किए गए। डॉक्टर ने बताया- 'सिर में 8 शार्प इंजरी के निशान मिले हैं। खोपड़ी की हड्डी तक टूट चुकी थी।'
भास्कर की टीम इस हमले के बाद ग्राउंड पर पहुंची। मौके पर अब भी ASI के खून के निशान मौजूद हैं। हमले के बाद संतोष कुमार को 20 फीट तक घसीटा गया था।
हथियार छीनकर कस्टडी से भागने लगा अपराधी, पैर में लगी गोली
हमले के बाद पुलिस टीम ने आरोपी गुड्डू यादव को गिरफ्तार कर लिया। टीम उसे लेकर मुख्य आरोपी को पकड़ने जा रही थी। इसी दौरान गाड़ी हादसे का शिकार हो गई। इसमें SHO सहित 4 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं।
पुलिस ने बताया कि हादसे के बाद गिरफ्तार गुड्डू यादव ने सिपाही का हथियार छीन लिया। आत्मरक्षा में पुलिस ने अपराधी को पैर में गोली मारी, जिससे वो घायल हो गया। सदर अस्पताल में इलाज चल रहा है।
ASI को मारकर मेरे घर के सामने फेंक गए
ASI संतोष कुमार, प्रदीप कुमार की शिकायत पर गांव में पहुंचे थे। प्रदीप ने बताया- 'हम सब घर में होली खेल रहे थे। रणवीर यादव शराब पीकर गाली दे रहा था। मैंने चौकीदार से शिकायत की। कहा- अधिकारियों को बताइए ,इसे लेकर जाएंगे। थोड़ी देर में मेरा बेटा आया उसके सिर में चोट थी। रणवीर यादव ने हमला किया था।'
'मेरी मां को भी मारा था। इसके बाद मैं पुलिस थाने गया। पुलिस गांव में आई। संतोष कुमार के साथ एक ड्राइवर और एक और पुलिस वाला था। उन्होंने कहा आप घर में ही रहिए हम समझा देंगे। थोड़ी देर बाद संतोष कुमार को मारकर उन्होंने मेरे दरवाजे पर रख दिया।'
मुंगेर में इलाज के बाद पटना रेफर किया गया
मुंगेर के प्राइवेट अस्पताल में इलाज के बाद उन्हें पटना रेफर किया गया था। जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई है।
ITC नंदलालपुर में डायल 112 को दो पक्षों के बीच मारपीट की सूचना मिली थी। ASI संतोष कुमार अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे। वे दोनों पक्षों को समझा कर शांत कर रहे थे। इसी दौरान एक पक्ष ने धारदार हथियार से उनके सिर पर हमला कर दिया।
संतोष कुमार डायल 112 में तैनात हैं। शुक्रवार शाम करीब 7:45 बजे उनके ऊपर हमला हुआ है। वे मुफ्फसिल थाना क्षेत्र में टीम के साथ विवाद सुलझाने गए थे।
संतोष कुमार भभुआ के रहने वाले हैं। वे पिछले एक साल से मुफ्फसिल थाने में तैनात थे। अभी में वे डायल 112 की टीम में ड्यूटी कर रहे हैं।
घटना की सूचना मिलते ही सदर SDPO अभिषेक आनंद समेत कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची।
चाचा बोले- अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए
ASI के चाचा गुप्तेश्वर सिंह और ग्रामीण अरविंद सिंह ने बताया-'पहले तो संतोष ने दोनों पक्षों को समझा दिया था, लेकिन किसी ने पीछे से उन पर हमला कर दिया। होली के दौरान लोगों की सुरक्षा के लिए गए संतोष की बेरहमी से पीटकर हत्या कर दी गई। अपराधियों को कड़ी सजा मिलनी चाहिए। परिवार की मदद के साथ सरकारी नौकरी दी जानी चाहिए।'
बदमाशों के मन में पुलिस का खौफ नहीं
ग्रामीणों का कहना है- 'लोगों के मन से पुलिस का डर खत्म हो गया है। जब प्रशासन ही सुरक्षित नहीं है, तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होगी।' घटना की सूचना मिलते ही पूरा परिवार कैमूर से मुंगेर के लिए रवाना हो गया है।
सिर में 7 से 8 शार्प इंजरी है
सबसे पहले संतोष कुमार को मुंगेर के ही एक प्राइवेट अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टर अयूब आलम ने बताया- 'जब उन्हें अस्पताल लाया गया तो उस वक्त उनकी हालत बेहद ही गंभीर थी। उनके ब्रेन में 7-8 जगहों पर शार्प इंजरी थी। किसी तेज धारदार हथियार से मारा गया था। प्राथमिक उपचार के बाद उन्हें बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया।'