DRDO ने जुलाई 2022 में SWiFT (Stealth Wing Flying Testbed) UAV का टेस्ट किया था। यह UCAV के टेक्नोलॉजी डिमॉन्ट्रेटर के रूप में विकसित किया गया है। SWiFT और अमेरिकी B-2 बॉम्बर एक जैसे नजर आते हैं। करीब एक टन वजनी SWiFT में रूस में बना एक छोटा टर्बोफैन इंजन लगा है।
भारत को ऐसे जेट-पावर्ड ड्रोन्स से सुरक्षा पंक्ति को मजबूत बनाने में खासी मदद मिलेगी। ये मौजूदा ड्रोन्स से कहीं ज्यादा तेज रफ्तार से उड़ते हैं और ज्यादा हथियार ले जा सकते हैं। इनमें ऐडवांस्ड सेंसर्स लगे हैं। 'घातक' जैसे UCAV का इस्तेमाल ऐंटी-एयरक्राफ्ट गन्स और जमीन से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से घिरे दुश्मन के इलाके में हमले करने के लिए किया जा सकता है।
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