कैलिफोर्निया में भारतीय मूल के सिख परिवार के अपहरण और निर्मम हत्या के
आरोपी को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। जानकारी हाथ लगी है कि पहले भी वह लूट
के जुर्म में वह जेल की सलाखों के पीछे कैद हो चुका है। जीसस सालगाडो नाम
के इस व्यक्ति पर आरोप है कि 17 साल पहले वह जिस परिवार के लिए काम करता
था, उसने उन्हें ही बंधक बना लिया था और बंदूक की नोंक पर पूरे घर में
उत्पात मचाया और जमकर लूटपाट की थी।
चार लोगों के सिख परिवार (जिसमें एक आठ महीने की बच्ची भी शामिल है) के अपहरण और हत्या के आरोप में गुरुवार को गिरफ्तार किए गए जीसस सालगाडो पर सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सालगाडो को साल 2007 में लूट के आरोप में 11 साल जेल की सजा सुनाई गई थी। हालांकि तीन साल बाद 2015 में वह पैरोल पर बाहर आया था। पुलिस अधिकारियों की मानें तो वह ड्रग्स समेत कई नशीले पदार्थ रखने का भी आरोपी है।
लगभग दो दशक पहले, सालगाडो ने एक परिवार के लिए काम किया। उस
परिवार के पास एक ट्रेकिंग कंपनी भी थी। परिवार के सदस्यों ने लॉस एंजिल्स
टाइम्स को बताया कि पहले भी एक बार 2004 में उसे नौकरी से निकाल दिया गया
क्योंकि परिवार को उस पर पैसे चोरी करने का संदेह था।
कैथी और उनकी बेटी कैटरीना ने जब सिख परिवार की हत्या के आरोपी सालगाडो की तस्वीरें देखीं, तो वे उसे तुरंत नहीं पहचान सके। सालगाडो, अब 48 साल का हो चुका था और कैथी और कैटरीना को यकीन नहीं था कि वह वही आदमी था जिसने 17 साल पहले बंदूक की नोक पर उन्हें लूटा था।
17 साल पहले मालिक को ही लूटा
19 दिसंबर, 2005 की रात को, सालगाडो ने उस परिवार को अपना असली रंग दिखाया
जिसके लिए वह काम करता था। कैटरीना बताती है, "उसने उसके पिता के सिर पर
बंदूक तान दी और हाथों को टेप से बांध दिया। मैं उस वक्त महज 16 साल की थी।
परिवार के अलावा मुझे और मेरे दोस्त को वह गैराज ले आया। वहां परिवार ने
नकदी और गहनों को एक तिजोरी रखा था।"
कैथी और कैटरीना याद करते हुए कहती हैं कि वह भयावह रात थी। सालगाडो लूटपाट के बाद परिवार को वहीं पर छोड़कर फरार हो गया। हालांकि शिकायत के बाद कुछ दिनों में ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसे 11 साल की कैद की सजा हुई।
गौरतलब है कि मूल रूप से पंजाब के होशियारपुर में हरसी पिंड के
रहने वाले सिख परिवार का शव बीते बुधवार को कैलिफोर्निया के डॉस पालोस शहर
के पास एक इलाके में मिला। सिलगाडो पर आरोप है कि उसने पैसों के लिए परिवार
की हत्या कर दी थी। परिवार में पति पत्नी के अलावा उनकी आठ महीने की बच्ची
भी शामिल थी।