मॉस्को: रूस के रक्षा मंत्रालय ने दावा किया है कि रूसी एयरफोर्स ने काला सागर के ऊपर तीन ब्रिटिश जेट्स को रोका है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक दो रूसी सुखोई-27 फाइटर जेट्स ने सोमवार को रूसी सीमा के पास पहुंचते ही रॉयल एयरफोर्स (आरएएफ) के दो टाइफून जेट्स और एक आरसी-135 सर्विलांस एयरक्राफ्ट को रोका है। रूस की तरफ से यह जानकारी ऐसे समय में दी गई है जब पिछले दिनों देश में तख्तापलट की नाकाम कोशिशें हुई हैं। रूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से भी इस पर बयान जारी किया गया है। साथ ही घटना का एक वीडियो भी साझा किया गया है।
विदेश मंत्रालय ने जारी किया वीडियोरूस के विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी एक वीडियो में इस पूरी घटना को दिखाया गया है। जेट्स के किनारे पर रॉयल एयर फोर्स लिखा हुआ है। रूस के मंत्रालय ने कहा, 'जैसे ही रूसी लड़ाकू विमान करीब आए। फाइटर जेट्स मुड़ गए और रूस की सीमा से दूर चले गए।' रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रूस के विमान सुरक्षित रूप से अपने हवाई क्षेत्र में लौट गए और एयरस्पेस को कोई वॉयलेशन नहीं हुआ है। एक हफ्ते पहले ही रॉयल एयर फोर्स ने नाटो हवाई क्षेत्र के पास उड़ान भर रहे एक रूसी विमान का पीछा किया था।
ब्रिटेन और सहयोगियों को चेतावनी
आरएएफ की तरफ से उस समय फोटो भी शेयर की गई थी। रूसी नौसेना के टुपोलेव टीयू-134 और दो सुखोई एसयू-27 फ्लैंकर्स का पीछा करने के लिए टायफून जेट्स रवाना किए गए थे। आरएएफ के टायफून जेट्स इस समय एस्टोनिया में बेस्ड हैं। वैगनर समूह की तरफ से तख्तापलट की असफल कोशिशों के बाद ब्रिटेन और उसके सहयोगियों को रूस की तरफ से संभावित प्रतिक्रिया के लिए तैयार रहने को कहा गया है। काला सागर यूरोप के दक्षिणपूर्वी छोर पर स्थित है। इसकी सीमा उत्तर में यूक्रेन, उत्तर पूर्व में रूस, पूर्व में जॉर्जिया, दक्षिण में तुर्की और पश्चिम में बुल्गारिया और रोमानिया से लगती है।
रूस में हालात तनावपूर्णरूस में शनिवार से ही स्थिति तनावपूर्ण है। वैगनर आर्मी के लड़ाकों ने तख्तापलट की असफल कोशिश की। उन्होंने रोस्तोव के मिलिट्री हेडक्वार्ट्स पर भी कब्जा कर लिया था। सोमवार को एक प्रि-रेकॉर्डेड मैसेज में रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने वैगनर चीफ येवेगनी प्रिगोझिन को सजा देने की कसम खाई। साथ ही कहा कि जो विद्रोह किया गया था उसे गलत अंदाजा लगाकर अंजाम देने की कोशिशें की गई थीं। पुतिन ने कहा कि पूरा देश इस सशस्त्र विद्रोह के खिलाफ एकजुट था। साथ ही पश्चिमी देशों पर धोखा देने का भी आरोप लगाया।