अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अमेरिकी न्याय विभाग से एक दर्जन से ज्यादा अधिकारियों की छुट्टी कर दी है। CNN की रिपोर्ट के मुताबिक ये अधिकारी ट्रम्प के खिलाफ 2020 में चुनाव नतीजों को पलटने की कोशिश के आरोपों की जांच में शामिल थे।
इन अधिकारियों ने पूर्व स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ के साथ मिलकर ट्रम्प के खिलाफ कार्रवाई की थी। न्याय विभाग के प्रवक्ता ने सोमवार को बयान जारी कर इसकी जानकारी दी।
बयान में कहा गया कि कार्यवाहक अटॉर्नी जनरल जेम्स मैकहेनरी ने ट्रम्प के खिलाफ जांच में शामिल होने की वजह से अधिकारियों को निकाला है।
स्मिथ ने ट्रम्प के खिलाफ 2 जांच की
पूर्व स्पेशल काउंसिल जैक स्मिथ ने ट्रम्प के खिलाफ 2 जांच शुरू की थी। इन दोनों मामलों में ट्रम्प के खिलाफ के महाभियोग लाया गया। पहला मामला 2020 में राष्ट्रपति चुनावों को अवैध रूप से पलटने की कोशिश से जुड़ा था।
दूसरा मामला 2021 में कैपिटल हिल हिंसा और ट्रम्प के व्हाइट हाउस छोड़ने के बाद अवैध रूप से कुछ दस्तावेजों को अपने साथ ले जाने से जुड़ा था। पिछले हफ्ते ट्रम्प ने राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद उन लोगों को प्रशासन से बाहर करने का फैसला किया था, जिन्हें वे राजनीतिक शत्रु मानते थे। उन्होंने इस आदेश पर साइन भी कर दिए थे।
हालांकि स्मिथ की टीम के किन अधिकारियों को निकाला गया है, ये अभी साफ नहीं हैं।
कैपिटल हिल हिंसा के 2 आरोपी ने क्षमादान नकारा
अमेरिकी संसद कैपिटल हिल पर 6 जनवरी 2021 को हमले के दो आरोपियों ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का क्षमादान स्वीकार करने से इनकार कर दिया है। द गार्जियन के मुताबिक आरोपी जेसन रिडल और पामेला हेम्पहिल का कहना है कि कैपिटल हिल पर जो भी किया गया था, वह माफी के काबिल नहीं है।
71 साल की हेम्पहिल ने कहा अगर वो क्षमादान स्वीकार कर लेंगी तो इससे यह मैसेज जाएगा कि 6 जनवरी का हमला एक शांतिपूर्ण प्रदर्शन था। हेम्पहिल को 2022 में कैपिटल हिल में अवैध रूप से प्रदर्शन और धरना देने लिए दोषी ठहराया गया था, जिसके बाद उन्हें 60 दिन की जेल और तीन साल पुलिस निगरानी में रहने की सजा मिली थी।
वहीं, दूसरी तरफ जेसन रिडल जिन्हें 90 दिन की जेल और 750 डॉलर का जुर्माने की सजा सुनाई गई थी, उन्होंने भी क्षमादान स्वीकार करने से इनकार कर दिया। रिडल ने न्यू हैम्पशायर पब्लिक रेडियो (NHPR) से कहा- जब भी नौकरी देने वाली कोई कंपनी मेरा बैकग्राउंड देखेगी तो उसे मेरे ऊपर लगे आरोप नजर आएंगे। राष्ट्रपति का क्षमादान स्वीकार करने से ये और ज्यादा हाईलाइट होंगे।