मनेंद्रगढ़
छत्तीसगढ़ के मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में गैंगरेप की सनसनीखेज वारदात
सामने आई है. इस मामले में पुलिस ने 24 घंटे के भीतर 4 आरोपियों को
गिरफ्तार कर लिया है. एक आरोपी अभी फरार है. जिसकी तलाश में पुलिस दबिश दे
रही है. रेप की इस घटना के बाद बीजेपी राज्य सरकार पर हमलावर है.
जिलाध्यक्ष अनिल केशरवानी के नेतृत्व में बीजेपी कार्यकर्ताओं ने थाने के
बाहर नारेबाजी और प्रदर्शन किया.
हाथ-पैर बांधकर गैंगरेप किया
घटना जिले के झगराखांड थाना क्षेत्र के एक गांव की है. यहां हैवानों ने
युवती को बांधकर उसके साथ गैंगरेप किया गया. झगराखांड थाना प्रभारी दीपेश
सैनी के मुताबिक, "पीड़िता एक उप स्वास्थ्य केंद्र में नर्स है. उप
स्वास्थ्य केंद्र परिसर में ही पूर्व माध्यमिक शाला, आंगनबाड़ी और ग्राम
पंचायत भवन भी है. 21 अक्टूबर से दीवाली की छुट्टियां होने से शुक्रवार को
स्कूल और आंगनबाड़ी बंद थे. स्वास्थ्य केंद्र में नर्स अकेली ही थी. इसी
दौरान दोपहर 3 बजे 5 लोग उप स्वास्थ्य केंद्र आए. उन्होंने नर्स को बंधक
बना लिया. इतना ही नहीं उसके हाथ-पैर बांध दिए और गैंगरेप की वारदात को
अंजाम दिया. शाम 5 बजे उसके हाथ-पैर खोले और घटना के बारे में किसी को ना
बताने की धमकी देते हुए वहां से जाने के लिए कहा."
घर पहुंचकर पीड़िता ने सुनाई आपबीती
इसके बाद जैसे-तैसे पीड़िता अपनी स्कूटी से घर पहुंची और परिवार को आपबीती
सुनाई, जिसे सुनकर घरवालों के पैरों तले जमीन खिसक गई. इसके बाद पीड़िता ने
परिवार वालों के साथ झगराखांड थाने पहुंचकर केस दर्ज कराया. उप स्वास्थ्य
केंद्र में दिनदहाड़े हुई वारदात से पुलिस सकते में आ गई.
पीड़िता ने बताया कि 5 में से 4 आरोपी एक ही गांव के रहने वाले हैं, जबकि पांचवां दूसरे गांव का रहने वाला है. नर्स ने बताया कि आरोपियों ने गैंगरेप की वारदात का वीडियो भी बनाया है. वारदात के बाद पीड़िता के गांव में पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है.