ट्रेन में कोई डॉक्टर न मिलने पर एक महिला से मदद ली गई। महिला ने सुरक्षित डिलीवरी कराई। मां और नवजात बच्ची को आरपीएफ सतना स्टेशन पर जच्चा बच्चा और उनके परिवार को सकुशल उतारा और जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानें पूरा मामला
दरअसल नाजनीन परवीन पति मो सनोवर उम्र लगभग 28 साल पति निवासी आमवा नवादा
गया बिहार प्रदेश कि रहने वाली है पति मुम्बई में नौकरी करते है, महिला
अपने दो छोटे बच्चों के साथा 18610 लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस कोच S7 में
बैठकर वापस गांव जा रही थी। ट्रेन सतना के प्लेटफार्म 3 में रुकी तो स्टेशन
में तैनात आरपीएफ के जवानों को पैसेंजरों के माध्यम से जानकारी लगी की
महिला की डिलेवरी हो गई है, जवानों ने तत्काल आरपीएफ प्रभारी को जानकारी
दी।
आरपीएफ के जवानों ने जिला अस्पताल में कराया भर्ती
प्रभारी महिला कांस्टेबिल के साथ पहुंचकर रेलवे डाक्टरो को बुलवाकर महिला
को दिखवाया फिर यात्री व कुलियों व जवानों की मदद से महिला को ट्रेन से
उतारकर एम्बुलेंस की मदद से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, महिला ने एक
बच्ची को जन्म दिया है, महिला और बच्ची दोनों स्वस्थ्य है। दंपत्ति की यह
तीसरी संतान है।
कमलापति रेलवे स्टेशन में बच्चे का हुआ था जन्म
दूसरी घटना शुक्रवार राजधानी भोपाल की है, जहां वर्ल्ड क्लास रानी कमलापति
रेलवे स्टेशन पर एक महिला पैसेंजर ने बच्चे को जन्म दिया। यह महिला अपने
पति और 2 बच्चों के साथ इटारसी स्टेशन से जीटी एक्सप्रेस से राजस्थान के
धौलपुर जा रही थी। इसी इसी दौरान उसे पेन दर्द होने लगा। पति ने उसे रानी
कमलापति रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म नंबर तीन पर उतार लिया। दर्द होने के
कारण रेलवे के प्लेटफार्म पर ही तड़पने लगी। पति लोगों से मदद की गुहार
लगाता रहा, लेकिन लोग वीडियो बनाते रहे मोबाइल में, आखिरकार महिला ने बच्चे
को जन्म दिया। जानकारी लगते ही महिला की मदद के लिए कुली वहां स्ट्रेचर
लेकर पहुंचे। उन्होंने स्ट्रेचर पर महिला और उसके बच्चे को उसी हालत में
लिटा लिया। उसके बाद वे उसे रेलवे प्लेटफार्म के बाहर ले गए। यहां से
जीआरपी और आरपीएफ की महिला पुलिसकर्मी की मदद से भोपाल के जेपी हॉस्पिटल
में भर्ती कराया गया। जहां महिला और बच्चे की हालत ठीक है।