तिरुवनंतपुरम के कार्यावट्टम में ग्रीनफील्ड स्टेडियम में 28 सितंबर को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच तीन मैचों की टी20 सीरीज का पहला मुकाबला खेला जाना है और ये स्टेडियम इस अंतरराष्ट्रीय मैच की मेजबानी के लिए तैयार है। इससे पहले केरल स्टेट इलेक्ट्रिसिटी बोर्ड लिमिटेड (केएसईबीएल) ने स्टेडियम प्रशासन को बड़ा झटका दिया है। विद्युत बोर्ड ने 2.36 करोड़ रुपये के बकाए का भुगतान न करने का हवाला देते हुए इलेक्ट्रिक सप्लाई रोक दी है।
दरअसल, पिछले तीन वर्षों से ग्रीनफील्ड स्टेडियम का बिजली बिल नहीं चुकाया गया है। इस वजह से केएसईबीएल ने बकाए के भुगतान की मांग की है। उधर, मामले को बदतर बनाने के लिए केरल जल प्राधिकरण ने भी बकाया भुगतान नहीं करने पर पानी की लाइनों को काटने की धमकी दी है। द न्यू इंडियन एक्सप्रेस की खबर की मानें तो मुकाबले से 10 दिन पहले ग्रीनफील्ड स्टेडियम की इलेक्ट्रिक सप्लाई रोक दी गई है।
मंगलवार को बकाए का भुगतान न करने के कारण केएसईबीएल के कझाकुट्टम खंड कार्यालय ने कार्यावट्टम ग्रीनफील्ड स्टेडियम में फ्यूज को हटा लिया। पिछले कुछ दिनों से किराए के जनरेटर की मदद से ग्रीनफील्ड स्टेडियम में मेंटेनेंस का काम चल रहा है। यहां तक कि 28 सितंबर को मैच से पहले सुरक्षा मूल्यांकन बैठक भी किराए के जनरेटर की मदद से हुई थी। विद्युत बोर्ड ने बताया है कि कई चेतावनी देने के बाद भी बकाए का भुगतान नहीं किया गया।
राज्य सरकार के एक अधिकारी ने कहा, "केरल स्पोर्ट्स फैसिलिटी लिमिटेड ग्रीनफील्ड स्टेडियम के लिए जिम्मेदार है, जिसने पिछले तीन वर्षों में बिजली और पानी के बिल का भुगतान नहीं किया है। KSSFL का विचार है कि वे राज्य सरकार की वार्षिक वार्षिकी निधि के बिना बकाया राशि का भुगतान करने में असमर्थ हैं।"