उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में देश के सर्वोच्च पद पर पहली बार जनजातीय वर्ग की महिला का आसीन होना प्रदर्शित करता है कि देश बदल रहा है। उन्होने कहा कि जनजातीय वर्ग के वीरों और वीरांगनाओं द्वारा आजादी के लिये जगाई गई अलख की लौ स्वतंत्रता तक अनवरत जलती रही। जनजातीय वर्ग के रणबाँकुरों के बलिदान ने आजादी दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्होंने कहा कि प्रथम स्वतंत्रता संग्राम में तोप के मुँह पर भी राजा शंकर शाह – कुंवर रघुनाथ शाह का राष्ट्र-प्रेम के साथ बलिदान उच्च प्रतिमान स्थापित करता हैं। जनजातीय वर्ग की वीरांगना रानी दुर्गावती का देश-प्रेम और लोक-कल्याणकारी शासन प्रणाली प्रेरणादायी है।
उप राष्ट्रपति धनखड़ ने कहा कि जनजातीय वर्ग के सर्वांगीण विकास के लिये मुख्यमंत्री चौहान का समर्पण ही उन्हें निरंतर कार्य करने प्रेरित करता है। उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि प्रदर्शनी में प्रदर्शित की गई सभी योजनाओं को मुख्यमंत्री चौहान ने धरातल पर उतार दिया है। खेल, शिक्षा और नौकरी के क्षेत्र में जनजातीय वर्ग के लोगों ने अपनी प्रतिभा को प्रभावी रूप से प्रदर्शित किया है। मुख्यमंत्री चौहान के प्रयासों से आने वाले समय में और भी बेहतर नतीजे मिलेंगे। उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि जबलपुर में आजादी के अमृत महोत्सव में गुमनाम जनजातीय नायकों को पुन: प्रतिष्ठा दिलाने के लिये तैयार किया जा रहा संग्रहालय विश्व स्तरीय होगा। अगली बार जब भी आऊँगा, संग्रहालय में आना बहुत ही मार्मिक क्षण होगा।