भारतीय महिला क्रिकेट टीम के इंग्लैंड दौरे का अंत एक बड़े विवाद के साथ
हुआ। टीम इंडिया की स्टार स्पिनर दीप्ति शर्मा 'मांकडिंग' को लेकर विवादों
में आईं थी। आखिरी वनडे में उन्होंने चार्लोट डीन को नॉन स्ट्राइकर एंड पर
आउट किया था। इस विवाद के बाद क्रिकेट जगत दो भागों में बंट गया था। एक
पक्ष ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया तो दूसरे पक्ष ने इसे सही ठहराते हुए
कहा कि जो हुआ वो नियम के अनुसार था। इस घटना को अभी एक ही दिन बीता था कि
'मांकडिंग' का शिकार बनीं चार्लोट डीन ने एक घरेलू मैच के दौरान इस हरकत
को दोहराने की कोशिश की। हालांकि यह सब उन्होंने मजाक में किया था और उनकी
इस कोशिश के दौरान बल्लेबाज-अंपायर समेत हर कोई ठहाके लगा रहा था।
लॉर्ड्स के मैदान पर ही 25 सितंबर को राचेल हेहो फ्लिंट ट्रॉफी का फाइनल
मुकाबला नॉर्दर्न डायमंड्स और सदर्न वाइपर के बीच खेला जा रहा था। चार्लोट
डीन इस मुकाबले में सदर्न वाइपर की टीम का हिस्सा थीं। गेंदबाजी करते हुए
8वें ओवर के दौरान उन्होंने स्मिथ का नॉन स्ट्राइकर एंड पर रन आउट करने की
कोशिश की। हालांकि बैटर क्रीज से नहीं निकली थी। दीप्ति शर्मा की घटना के
एक दिन बाद चार्लोट डीन को मैदान पर ऐसा करता देख हर कोई हंसने लगा।
44वें ओवर में जब दीप्ति शर्मा गेंदबाजी कर रही थी तब कप्तान हरमनप्रीत कौर ने उन्हें चार्लोट डीन को मांकडिंग करने का इशारा दिया था। चार्लोट डीन ने 80 गेंदों पर 5 चौकों की मदद से 47 रनों की पारी खेली। वह इस तरह आउट होने के बाद काफी निराश दिखी और मैदान पर ही उनकी आंखें नम हो गई थी।
लॉर्ड्स का यह मुकाबला काफी लो स्कोरिंग रहा था। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए स्मृति मंधाना और दीप्ति शर्मा के अर्धशतकों की मदद से इंग्लैंड के सामने 170 रनों का लक्ष्य रखा था। इस स्कोर का पीछा करते हुए मेजबान टीम भी मुश्किल में दिखी जब उन्होंने 65 रन पर अपने 7 विकेट खो दिए थे। इसके बाद बल्लेबाजी करने आई चार्लोट डीन भारत की जीत में रोड़ा बन गई थी। उन्होंने एमी जोन्स के साथ मिलकर साझेदारी की ओर विकेट गिरने का सिलसिला रोका। इसके बाद वह शानदार पारी खेल टीम को लक्ष्य के करीब ले ही जा रही थी कि दीप्ति शर्मा ने उन्हें मांकडिंग कर इंग्लैंड की पारी को समेट दिया। इंग्लैंड की पूरी टीम दीप्ति की इस हरकत के बाद हक्की बक्की रह गई थी।