ऋषिकेश AIIMS से ड्रोन ने भरी उड़ान... और देवभूमि उत्तराखंड बन गया देश की नई क्रांति का गवाह
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19-02-2023 03:30 PM
नई दिल्ली: उत्तराखंड के पथरीले रास्ते और घने जंगलों के बीच छिपे गांव जहां पहुंचने में लोगों को कई दिन लग जाते थे, आज उसी गांव के लोग नई क्रांति के गवाह बने हैं। क्रांति भी कोई छोटी मोटी नहीं है, स्वास्थ्य क्षेत्र से जुड़ी बड़ी कामयाबी है। इस कामयाबी ने देश ही नहीं बल्कि दुनिया को आश्चर्य में डाल दिया है। दरअसल एम्स ऋषिकेश से गुरुवार सुबह 10.44 बजे एक किलो टीबी की दवाएं लेकर विमान के डिजाइन वाला ड्रोन टिहरी के बौराड़ी स्थित जिला अस्पताल के लिए रवाना किया। करीब आधे घंटे में 11.14 बजे अस्पताल की छत पर लैंडिंग की। यहां डाट्स की लैब टेक्नीशियन और उनकी टीम ने दवा एकत्रित की। इसके बाद ड्रोन ने उड़ान भरी और दोपहर करीब 12.15 बजे एम्स पहुंच गया।ड्रोन के जरिए दवा भेजने का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल है। केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल से शेयर किया है। उन्होंने लिखा, 'ड्रोन टेक्नोलॉजी के उपयोग से ऋषिकेश एम्स द्वारा एम्स हेलीपैड से जिला अस्पताल टिहरी गढ़वाल तक टीबी रोधी दवाओं को पहुँचाने से स्वास्थ्य सेवा वितरण में क्रांति देखने को मिली है।' इससे पहले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने भी इसका वीडियो शेयर किया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने वीडियो शेयर करते हुए लिखा, 'ड्रोन का उपयोग कर स्वास्थ्य सेवा वितरण में क्रांतिकारी बदलाव! ऋषिकेश एम्स में ड्रोन आधारित सफल परीक्षण किया गया. एम्स हेलीपैड से जिला अस्पताल टिहरी गढ़वाल तक टीबी रोधी दवाओं के परिवहन के लिए 40 किमी की हवाई दूरी 30 मिनट में तय कर पहाड़ी इलाकों तक आसानी से पहुंचा जा सकता है।'