इस्लामाबाद : पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने शुक्रवार को अपने बड़े भाई और पीएमएल-एन के मुखिया नवाज शरीफ से वापस लौटने का आग्रह किया। उन्होंने न सिर्फ देश में चुनाव अभियान का नेतृत्व करने बल्कि चौथी बार मुल्क का प्रधानमंत्री बनने की भी अपील की। पार्टी की सेंट्रल जनरल काउंसिल मीटिंग को संबोधित करते हुए, शहबाज ने कहा कि वह अपने बड़े भाई के पाकिस्तान लौटने और पार्टी की बैठकों को संभालने की राह देख रहे हैं ताकि वह पीएमएल-एन की अध्यक्षता उन्हें वापस सौंप सकें।नवाज शरीफ स्वास्थ्य कारणों के चलते 2019 से लंदन में हैं और माना जा रहा है कि आगामी चुनाव से पहले पाकिस्तान लौट सकते हैं। जियो न्यूज की खबर के अनुसार शहबाज शरीफ ने कहा, 'चुनाव आयोग की तलवार लटकी हुई थी इसलिए यह बैठक आयोजित की गई।' सुप्रीम कोर्ट की तरफ से तीन बार पाकिस्तान के प्रधानमंत्री रह चुके नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित किए जाने बाद शहबाज शरीफ को पीएमएल-एन की अध्यक्षता दे दी गई थी।'नवाज शरीफ के आने से बदल जाएगी राजनीति'
शहबाज ने कहा कि पीएमएल-एन को युवा नेतृत्व की जरूरत है। उन्होंने अपनी भतीजी और नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज की 'कड़ी मेहनत' के लिए तारीफ की। उन्होंने कहा, 'नवाज शरीफ के पाकिस्तान लौटने पर आप देखेंगे कि राजनीति का नक्शा ही बदल जाएगा।' शहबाज का यह बयान पाकिस्तान के राष्ट्रपति आरिफ अल्वी की ओर से सुप्रीम कोर्ट रिव्यू ऑफ जजमेंट्स एंड ऑर्डर्स एक्ट 2023 पर साइन करने के कुछ हफ्ते बाद आया है।
नवाज शरीफ के लौटने का रास्ता साफ?
इससे नवाज शरीफ के लिए 60 दिनों के भीतर आजीवन अयोग्यता के खिलाफ अपील के अधिकार का इस्तेमाल करने का रास्ता साफ हो गया है। नए कानून के तहत अब अनुच्छेद 184(3) के तहत आने वाले ममालों में अदालती फैसलों के खिलाफ अपील दायल की जा सकेगी। यह कानून अब पिछले फैसलों पर भी लागू होता है। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने 28 जुलाई 2017 को पनामा पेपर मामले में नवाज शरीफ को अयोग्य घोषित कर दिया था।